उत्तराखंड में माहरा ने संभाली कुर्सी, तो 10 विधायकों ने किया बहिष्कार, हरीश रावत और गोदियाल ने प्रदेश प्रभारी को सुना दी खरी खरी…

देहरादून : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज कार्यभार ग्रहण कर लिया इस अवसर पर जहाँ बड़ी संख्या में विधायक नदारद रहे वही हरीश रावत और गणेश गोदियाल के भाषाणों ने भी कई सवाल खड़े कर दिए गणेश गोदियाल ने बातो बातो में जहाँ खुद को हटाने और नए नेतृत्व देने की बातो को लेकर प्रभारी के सामने हीं नाराजगी जताते हुए साफ कह दिया की जहाँ से खड़े होंगे लाइन वही से शुरू होगी वही 6 महीने के कार्यकाल को उन्होंने चुनौती पूर्ण करार दिया।

वही हरीश रावत ने एक बार फिर हार की अपनी जिम्मेदारी बताई साथ में बैठकर समीक्षा की बात भी कही साथ हीं नेतृत्व चयन में गढ़वाल की उपेक्षा का भी खुलकर जिक्र करते हुए लोगो की नाराजगी को जायज करार दिया।

करण माहरा ने संभाली कांग्रेस की कमान, 10 से अधिक विधायक कार्यक्रम से रहे गायब, पार्टी नेताओं को दी नसीहत देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कार्यभार ग्रहण किया. इस मौके पर गणेश गोदियाल, हरीश रावत सहित कई कांग्रेस के विधायक और नेता मौजूद रहे।

लेकिन चकराता विधायक प्रीतम सिंह, हरीश धामी सहित करीब 10 से ज्यादा विधायक कार्यक्रम से गायब रहे. जिसके बाद एक बार फिर से कांग्रेस की गुटबाजी सामने आ गई है.देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने राजीव भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपना कार्यभार ग्रहण किया।

इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया, लेकिन कार्यक्रम के बीच उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर देखने को मिली. इस दौरान कांग्रेस विधायकों का एक बड़ा धड़ा कार्यक्रम से नदारद रहा.प्रदेश कांग्रेस में चुनाव में मिली हार के बाद से ही गुटबाजी चरम पर है. रही सही कसर करण माहरा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद पूरी हो गई. प्रदेश संगठन में नवनियुक्त पदाधिकारियों के चयन से पार्टी विधायकों और नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है।

हालांकि कांग्रेस नेता इसके बावजूद मंच पर एकता और पार्टी को मजबूत करने की बात करते रहे, लेकिन आज के कार्यक्रम से करीब 10 से अधिक कांग्रेस विधायक नदारद रहे. वहीं कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष भी मंच पर सीट न मिलने के कारण नाराज दिखीं.उत्तराखंड कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और उप नेता भुवन कापड़ी को कार्यकर्ताओं ने कंधों पर बैठाकर मंच तक पहुंचाया. इस मौके पर मंच पर भगदड़ भी देखने को मिली।

मंच पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए संचालकों को धक्का मुक्की करनी पड़ी. इसका एक मुख्य कारण मंच पर कुर्सियों की कमी रही.वहीं, इसके बाद करण माहरा ने हरीश रावत और गणेश गोदियाल का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया. वहीं, इस कार्यक्रम में कांग्रेस के करीब 10 से अधिक विधायकों के न पहुंचने से पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी को खुलकर सामने आ गई. कार्यक्रम में यशपाल आर्य, भुवन कापड़ी, आदेश चौहान, अनुपमा रावत, सुमित हृदयेश और वीरेंद्र सिंह शामिल हुए.ये विधायक रहे गायब: चकराता विधायक प्रीतम सिंह, हरीश धामी, विक्रम सिंह नेगी, ममता राकेश, मदन बिष्ट सहित अन्य विधायक कार्यक्रम से नदारद रहें. कार्यक्रम में कई विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों ने भी दूरी बनाई रखी. हालांकि, कांग्रेस के नेता मंच पर पार्टी को मजबूत करने की बात करते रहे, लेकिन पार्टी में खुलकर सामने आ चुकी है।

करण माहरा ने दी सफाई: शपथ ग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में करण माहरा ने कहा कि कोई भी विधायक नाराज नहीं है. फुरकान अहमद और ममता राकेश रुड़की में हुई घटना की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए. इसके साथ ही प्रीतम सिंह के क्षेत्र में भी सड़क दुर्घटना में 4 लोगों की मौत हो गई है, जिसकी वजह से वो शामिल नहीं हो पाए हैं. जबकि, विक्रम नेगी के घर पर शादी है.करण माहरा ने कहा कि कांग्रेस में कोई भी खेमा नाराज नहीं है।

नई कार्यकारिणी का गठन तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा. कारण माहरा ने पार्टी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि अगर कोई भी सीमा से बाहर जाएगा तो उसके खिलाफ हाईकमान से बातचीत कर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जनता की लड़ाई मोहल्ले से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी।

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