उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग का बड़ा फैसला, परिवार में एक दो सदस्यों को खांसी, जुकाम जैसे लक्षण हैं तो उस परिवार के सभी सदस्यों की कोविड जांच कराई जाएगी……
देहरादून : कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन संक्रमण के बीच उत्तराखंड में सख्ती शुरू हो गई है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि यदि किसी परिवार में एक दो सदस्यों को खांसी, जुकाम जैसे लक्षण हैं तो उस परिवार के सभी सदस्यों की कोविड जांच कराई जाए। डॉ तृप्ति बहुगुणा ने बुधवार को प्राइवेट डॉक्टरों की संख्या इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिशिन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिए कि यदि उनके पास कोई ऐसा परिवार इलाज के लिए आता है जिसमें एक दो सदस्यों को खांसी, जुकाम आदि लक्षण हैं जो ऐसे पूरे परिवार की कोविड जांच कराई जाए ताकि कोरोना संक्रमण होने पर समय रहते पहचान हो सके। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने में प्राइवेट डॉक्टरों की अहम भूमिका है।
सरकारी और प्राइवेट अस्पताल इस समस्या का मिलकर समाधान करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने बच्चों केा इलाज के लिए लाने वाले माता पिता को ओमिक्रोन और तीसरी लहर के बारे में जानकारी देने के भी निर्देश दिए। महानिदेशक स्वास्थ्य ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस से बचाव व इलाज के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं और इसमें आम लोगों की भी अहम भूमिका है।