उत्तराखंड में घर जाने के लिए जिसे मिल रही सीट वो खुशकिस्मत ,वरना हालात बहुत बुरे है…
देहरादून : सभी को घर जाने की जल्दी। चाहे बस में पांव रखने की जगह ही क्यों न हो, लेकिन किसी तरह जिद्दोजहद कर बस में चढ़ गए और सफर खड़े रहकर तय किया। दीपावली मनाने को घर जाने वालों का यह नजारा आइएसबीटी पर मंगलवार को देखने को मिला।
बसें पूरी तरह फुल रहीं। आगरा, लखनऊ, हल्द्वानी, बरेली समेत मुरादाबाद मार्ग पर यात्रियों की भीड़ सबसे ज्यादा रही। इस मार्ग पर लगाई गई अतिरिक्त बसें भी कम पड़ गई।दूसरी तरफ, रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों का यही हाल देखने को मिला। ट्रेन भी फुल रवाना हुईं। ट्रेन में लिंक एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस, काठगोदाम और मसूरी एक्सप्रेस में यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली। वहीं, राप्ति गंगा एक्सप्रेस में यात्री जुर्माना देकर टिकट बिना सफर की मारामारी करते दिखाई दिए। इतना ही नहीं, मंगलवार को दिल्ली से दून आने वाले यात्रियों की संख्या भी हजारों में होने से दिल्ली आइएसबीटी पर बसें कम पड़ गई।
दून से पंद्रह खाली बसों को वहां भेजा गया और उनमें यात्री लाए गए।दीपावली की छुट्टियों पर घर जाने के लिए यात्रियों की मारामारी शनिवार दोपहर से ही शुरू हो गई थी। मंगलवार को बड़ी संख्या में कर्मचारी दोपहर बाद ही दफ्तर से निकल गए और परिवार समेत घर जाने को आइएसबीटी और रेलवे स्टेशन पहुंच गए।
आइएसबीटी पर सबसे ज्यादा रैला लखनऊ और हल्द्वानी मार्ग की तरफ रहा। रोडवेज ने अतिरिक्त बसें लगाई गई थी लेकिन यह भी कम पड़ती दिखी। वाल्वो व हाईटेक बसों की टिकट बुकिंग तो पहले से ही फुल थी। साधारण बसों में सीटें फुल हो जाने से बड़ी संख्या में यात्रियों ने स्टैंडिंग ही सफर करना पड़ा।उत्तर प्रदेश रोडवेज ने भी करीब तीन दर्जन अतिरिक्त बसें लगाई थी। जिस कारण कुछ दबाव जरूर कम हुआ। दून से कुमाऊं की तरफ जाने वाले यात्रियों की संख्या भी खासी अधिक रही। इस मार्ग पर बसें कम पड़न पर यात्रियों ने मैक्सी कैब व टैक्सी से सफर किया। बुधवार को हालात और भी खराब हो गए हैं।
पैक रही राप्ती गंगा, हावड़ा व जनता एक्सप्रेस
त्योहारी सीजन में देहरादून से लंबी दूरी के लिए चलने वाली ट्रेनें पैक होकर रवाना हो रही हैं। मंगलवार को दून से गोरखपुर जाने वाली राप्ती गंगा एक्सप्रेस के अलावा जनता एक्सप्रेस और हावड़ा एक्सप्रेस पैक रवाना हुई। पूर्वी उत्तर प्रदेश व बिहार जाने वाले अधिकांश यात्री राप्ती गंगा एक्सप्रेस से सफर करते हैं। दोपहर तीन बजकर 20 मिनट पर दून से गई इस ट्रेन में वेटिंग चार सौ पा रही। शाम सवा छह बजे गई जनता एक्सप्रेस में भी यात्रियों की भीड़ उमड़ी। स्टेशन अधीक्षक सीताराम शंकर ने बताया कि दीपावली तक यही स्थिति रहेगी। दून से जाने वाली ट्रेनों में आरक्षण फुल है।
दीपावली पर बसें और ट्रेनें कम पड़ जाने से डग्गामार वाहनों की जमकर मौज आई। मैक्स, कैब, टैक्सी व प्राइवेट बस वालों ने यात्रियों को जमकर लूटा। तीन सौ रुपये के किराए वाले सफर के डग्गामार वाहनों द्वारा साढ़े चार सौ से पांच सौ रुपये तक वसूले गए। मजबूरी में यात्रियों को इन वाहनों की मनमानी सहन करनी पड़ी। मंगलवार सुबह से रात तक डग्गामार वाहन दौड़ते रहे, पर जिम्मेदार सरकारी महकमों ने इन्हें पकडऩे की जहमत नहीं उठाई।