उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों से पैसे ठग कराए जा रहे थे दर्शन, मंदिर समिति ने की आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई…..
बद्रीनाथ: तीर्थयात्रियों से पैसे ठग कराए जा रहे थे दर्शन, मंदिर समिति ने की आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई कार्यालय में लगी सीसीटीवी में मंदिर समिति का सफाई हेड छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों से पैसों का लेन-देन करते दिखाई दिया।
मंदिर समिति अधिकारियों ने बिना देर किए तीर्थयात्रियों को बुलाया और सफाई हेड वीरू लाल से आमने-सामने बात कराई।तीर्थयात्रियों को पैसे लेकर दर्शन कराने के मामले में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति आरोपी अपने कर्मचारी पर तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। साथा तीर्थयात्रियों से किसी के झांसे में न आने की अपील की। उन्होंने कहा कि भगवान बदरीविशाल के दर्शन कराने के नाम पर तीर्थयात्रियों को ठग रहे है।
जैसे-जैसे बदरीनाथ धाम की यात्रा में तेजी आई वैसे ही पैसे लेकर भगवान बदरीविशाल के दर्शन कराने को दलाल सक्रिय हो गए। इससे तीर्थयात्रियों में गलत संदेश जा रहा है। इन्हीं घटनाओं पर नजर बनाये बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने अपने ही कर्मचारी को दर्शन कराने के नाम पर पैसे लेते रंगे हाथो धर दबोचा।तीर्थयात्रियों को बुलाया गया।
घटना गुरुवार की है जब मंदिर समिति के बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी के कार्यालय में लगी सीसीटीवी में मंदिर समिति के सफाई हेड वीरू लाल छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों के पैसों का लेन-देन करते दिखाई दिया।
मंदिर समिति के अवर अभियंता गिरीश रावत ने इस वाकये की जानकारी प्रभारी अधिकारी को दी । मंदिर समिति अधिकारियो ने बिना देर किए तीर्थयात्रियों को बुलाया और सफाई हेड वीरू लाल से आमने-सामने बात कराई।
तीर्थयात्रियों ने लिखित आरोप लगाया कि उक्त वीरूलाल द्वारा उनसे दर्शन करने के लिए 7000 ( सात हजार रूपये ) नकद लिए है, जिस पर वीरू लाल मुकर गया लेकिन सख्ती होते देख वीरू लाल ने सभी के सामने 7000 सात हजार रूपये छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के तीर्थयात्री राजीव भौंडेकर को वापस कर दिए। इसके बाद तीर्थयात्री ने पूरी घटना की शिकायत लिखित रूप से मंदिर समिति को दी है।
बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी ने बताया कि घटना का संज्ञान लेकर स्वच्छक हेड बीरू लाल पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति कर उच्च स्तर पर भेज दी गई है। ऐसी आशंका है कि अन्य लोग और मंदिर कर्मी ऐसी घटनाओं में शामिल हो सकते है।