उत्तराखंड में क्या लोकसभा चुनाव सच में लड़ने क़ो इच्छुक है सुबोध उनियाल, क्या बोले इस सवाल पर मंत्री सुबोध जानिये….
देहरादून: राज्य स्थापना दिवस के मौके पर मंत्री सुबोध उनियाल का एक बयान खासा चर्चाओं में है। मंत्री जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच आगामी चुनाव न लड़ने का एलान कर दिया है। वहीं अब मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि लोग कई तरह की शिकायते और समस्याएं उनके पास लेकर आते है। जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि अगर आपको लगता है मैं काम नही कर पा रहा हूं तो ठीक है फिर मैं आगामी चुनाव नही लड़ता हूं। जिसके बाद मेरे विधानसभा छोड़ लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं होने लगी है।
ये था मामला कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने अब विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उनके इस बयान से राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। बुधवार को नरेंद्रनगर टाउनहाल में राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सुबोध ने यह ऐलान कर सभी को हक्का-बक्का कर दिया।
अपने भाषण के दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध ने राज्य
आंदोलन, राज्य निर्माण, प्रदेश के विकास के साथ ही
सकारात्मक और नकारात्मक सोच आदि मसलों पर
बोले। यहां तक कि उन्होंने चुनावों में शराब के बढ़ते
प्रचलन, जातिवाद और क्षेत्रवाद आदि पर सवाल दागे।
इसके बाद सुबोध बोले कि वह जिन मुद्दों का जिक्र कर
रहे हैं, वह इसलिए नहीं कि उन्हें फिर चुनाव लड़ना है।पहले उन्होंने कहा कि अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। फिर इसे साफ करते हुए कहा कि वह नरेंद्रनगर विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे।कैबिनेट मंत्री सुबोध बोले कि चुनाव चाहे ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य या फिर लोकसभा सदस्य का हो, जनता को सही प्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए।
सही प्रतिनिधि चुनने से ही लोकतंत्र मजबूत होगा और क्षेत्र का विकास आगे बढ़ेगा।उन्होंने कहा कि अब वे विधानसभा के बजाय लोकसभा चुनाव में दावेदारी करेंगे। सुबोध के इशारों से साफ झलक रहा है कि अब उनकी नजर टिहरी लोकसभा सीट पर है। राज्य गठन के बाद सुबोध नरेंद्रनगर से बार के विधायक भी रह चुके हैं। इससे पहले भी वे कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। टिहरी सीट पर माला राज्य लक्ष्मी शाह भाजपा सांसद हैं। वर्ष 2012 के उप चुनाव में वे पहली बार सांसद बनी।