उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बादल फटा, गुंजी- कालापानी को जोड़ने वाला बैली ब्रिज मलबे में दबा, सड़क भी ध्वस्त…..

पिथौरागढ़:सड़क ध्वस्त होने से कालापानी से लिपुलेख तक वाहनों का आवाजाही बंद हो गई है। जिस स्थान पर पुल मलबे में दबा है वह कालापानी मंदिर से नीचे एक किलोमीटर दूर गुंजी की ओर है।उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट के बीच पिथौरागढ़ में मंगलवार देर रात बादल फट गया।

इस दौरान गुंजी- कालापानी को जोड़ने वाला बैली ब्रिज मलबे में दब गया है, जबकि सड़क कई स्थान पर ध्वस्त हो गई। बृजेश होतियाल ने बताया कि मंगलवार की रात बादल फटने के कारण नाग पर्वत से निकलने वाले नचेती नाले का पानी एकाएक बढ़ गया। जिसके चलते पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी आ गया। वाहनों की आवाजाही बंद।

सड़क ध्वस्त होने से कालापानी से लिपुलेख तक वाहनों का आवाजाही बंद हो गई है। जिस स्थान पर पुल मलबे में दबा है वह कालापानी मंदिर से नीचे एक किलोमीटर दूर गुंजी की ओर है। घटना की सूचना मिलने पर बीआरओ की 65 आरसीसी यूनिट के अधिकारी, सेना, आईटीबीपी और एसएसबी के अधिकारी भी मौके में पहुंचे हैं। बीआरओ के अधिकारियों ने प्रशासन को घटना की सूचना दे दी है।

तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड में आज भी मौसम बिगड़ा हुआ है। राजधानी देहरादून समेत कई पहाड़ी इलाकों में सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई। वहीं, मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी जिलों में बुधवार और बृहस्पतिवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि, 21 जुलाई को प्रदेशभर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और देहरादून में कहीं-कहीं तेज गर्जना और बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 19 से 21 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने से सड़क और राजमार्ग अवरूद्ध हो सकते हैं।

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