उत्तराखंड में चारधाम यात्रियों के लिए बड़ी खबर 6 अक्टूबर से कर सकते है पंजीकरण, देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर होगा पंजीकरण…..
देहरादून : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण में अब प्रत्येक यात्री को आधार नंबर देना जरूरी होगा। यह व्यवस्था 6 अक्तूबर से शुरू होगी। इसी दिन से केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की 15 अक्तूबर से आगे की यात्रा के लिए पंजीकरण किया जा सकेगा। नवरात्रों के चलते चारों धामों में 15 अक्तूबर तक पंजीकरण फुल हैं। लगभग 70 हजार यात्रियों ने पंजीकरण कराया है।
हाईकोर्ट के दिशा-निर्देश पर सरकार ने चारों धामों के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय की है। बदरीनाथ के लिए एक हजार, केदारनाथ के लिए 800, गंगोत्री की 600, यमुनोत्री धाम के लिए 400 अधिकतम यात्री संख्या निर्धारित है।प्रदेश में कोर्ट की रोक हटने के बाद सरकार ने 18 सितंबर से चारधाम यात्रा का संचालन शुरू किया था। राज्य और बाहर से चारों धामों के दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों को ई-पास की व्यवस्था की गई है।
इसके लिए देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in पर पंजीकरण करना होगा।अभी तक एक व्यक्ति अपने आधार कार्ड पर अधिकतम छह लोगों का पंजीकरण कर सकता है। देवस्थानम बोर्ड के संज्ञान में आया कि एक ही परिवार के लोग अलग-अलग भी पंजीकरण करा रहे हैं। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन का कहना है कि चारधाम यात्रा में जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण में पारदर्शिता लाने के लिए 6 अक्तूबर से हर यात्री के ई पास के लिए पंजीकरण में उसका आधार नंबर अनिवार्य किया गया है। इसी दिन से 15 अक्तूबर से आगे की यात्रा के लिए पंजीकरण खोला जाएगा। जिसमें चार-पांच दिनों के स्लाट में पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी।
18 सितंबर से चार अक्तूबर तक केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 43 हजार से अधिक तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं। जबकि 15 अक्तूबर तक लगभग 70 हजार तीर्थ यात्रियों ने ई-पास के लिए पंजीकरण किया है। 1 से 3 अक्तूबर तक गुप्तकाशी, फाटा, सिरसी हेलीपैड से 828 यात्री हेली सेवा से केदारनाथ पहुंचे।