उत्तराखंड में इस लापरवाही पर हुई कार्यवाई , लोनिवि के तीन इंजीनियरों पर गाज जानिए…..
देहरादून: नरकोटा पुल मामले में लोनिवि के तीन इंजीनियरों पर गाज इस मामले में प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुंधाशु की ओर से जांच के आदेश दिए गए थे। अपर सचिव एसएस वल्दिया की ओर से इंजीनियरों पर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए।
रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में निर्माणाधीन मोटर पुल की बुनियाद की शटरिंग क्षतिग्रस्त होने के मामले में तीन इंजीनियरों पर गाज गिरी है। इस मामले में एक इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एक को मुख्यालय अटैच किया गया है। वहीं एक अन्य पर कार्रवाई के लिए विभागाध्यक्ष को लिखा गया है। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैंजिला मुख्यालय से करीब सात किमी दूर स्थित नरकोटा में हाईवे पर निर्माणाधीन मोटर पुल के निर्माण कार्य के दौरान 20 जुलाई को बड़ा हादसा हो गया था।
यहां सरिये का जाल गिरने से आठ मजदूर घायल हो गए थे, जबकि दो मजदूरों की मौत हो गई थी। इस मामले में प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुंधाशु की ओर से जांच के आदेश दिए गए थे। शुक्रवार को अपर सचिव एसएस वल्दिया की ओर से इंजीनियरों पर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए।
इस मामले में सहायक अभियंता राजीव शर्मा को निर्माण कार्य में समुचित पर्यवेक्षण नहीं किए जाने को गंभीर लापरवाही मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के आदेश किए गए हैं। निलंबन की अवधि के दौरान वह लोनिवि पौड़ी कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
इसके अलावा अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा को लोनिवि श्रीनगर से कार्यमुक्त करते हुए देहरादून स्थित मुख्यालय अटैच किया गया। प्रथम दृष्टया इस प्रकरण में दोषी पाए गए कनिष्ठ अभियंता रवि कोठियाल पर कार्रवाई के लिए लोनिवि के विभागाध्यक्ष प्रमुख अभियंता को लिखा गया है। अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह को रुद्रप्रयाग के अलावा श्रीनगर का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।