उत्तराखंड में महिला समूहों की मेहनत से जगमगा रहा चिन्यालीसौड़ आर्च ब्रिज, मुख्यमंत्री ने भी सराहा

महिला सशक्तीकरण की मिसाल बना आर्च ब्रिज। महिला समूहों द्वारा तैयर एलईडी से जगमग हुआ पुल। पुल पर लगी 379 LED व 57 फोकस लाइट। महिला समूहों को अच्छा मुनाफा।

 

देहरादून:  उत्तरकाशी और टिहरी के क्षेत्रों को जोड़ने वाला चिन्यालीसौड़-देवीसौड़ आर्च ब्रिज महिला सशक्तीकरण की कहानी बयां कर रहा है खूबसूरत रंगीन रोशनी से जगमग यह ब्रिज सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि इस ब्रिज को महिला समूहों द्वारा तैयार एलईडी लाइट से जगमग किया गया है मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उत्तरकाशी के महिला स्वयं सहायता समहों के प्रयास की तारीफ कर चुके हैं।

उत्तरकाशी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के अनुसार जनपद में महिला सशक्तीकरण की दिशा मे कई प्रयास किए जा रहे हैं। डीएम दीक्षित के मुताबिक राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के स्वावलंबन के लिए कई योजनाएं चल रही हैं जिनका जनपद में भी सफलता से क्रियान्वयन हो रहा है। इनमे से एक एलईडी ग्राम लाइट योजना भी है। योजना के तहत अंर्तगत जनपद की महिला स्वंय सहायता समूह को एलईडी बल्ब, झालर, लड़ी, लालटेन आदि का प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाया गया है।

खास बात ये है कि उत्तरकाशी के दिचली और गमरी पट्टी के 40 गांवों को टिहरी से जोड़ने वाले इस पुल पर शाम होती ही नजारा रंगीन हो जाता है। यह पुल रंग बिरंगी एलईडी रोशनी से नहा उठता है। इन एलईडी लाइट्स का निर्माण जिले के अपर्णा महिला स्वयं सहायता समूह मल्ली गांव द्वारा किया गया है। अपर्णा समूह ने 379 एलईडी लड़ियों व 57 फोकस लाइट के कृत्रिम प्रकाश से आर्च ब्रिज को जगमग किय़ा है। यह पुल पर्यटक व सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। शाम ढलते ही पर्यटक आर्च ब्रिज की खूबसूरती अपने कैमरे में कैद कर रहे है। अपर्णा महिला स्वयंसहायता समूह का  का वार्षिक कारोबार करीब साढ़े चार लाख रुपए है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।

इस प्रयास की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने भी सराहना की है। सीएम ने लिखा है,   राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं और आजीविका संवर्धन के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा भी बेहतर कार्य किया जा रहा है। चिन्यालीसौड़ के मल्ली गांव के “अपर्णा महिला स्वयं सहायता समूह” इस दिशा में अनुकरणीय कार्य कर रहा है।महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बनी हैं।राज्य सरकार महिलाओं को सशक्त व स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें ₹5 लाख का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान कर रही है। महिला सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने उद्देश्य से ग्रोथ सेंटर परिकल्पना शुरू की है। जिसके तहत एलईडी ग्राम लाइट योजना में महिला समूहों को एलईडी उपकरण, बल्ब, लड़ियां, झालर आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। देहरादून के थानो, नैनीताल के कोटाबाग के बाद अब उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ का महिला समूह भी एलईडी उत्पादों के निर्माण से आत्मनिर्भर बन रहा है। दीवाली पर भी इन उत्पादों की भारी डिमांड रहती है।

 

By admin

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