उत्तराखंड में यहाँ तो चर्चित गुप्ता बंधुओं की देन है कैनाल रोड पहाड़ कटान का मामला! पढ़िए MDDA की भी पूरी कहानी.……

देहरादून: कैनाल रोड पर पहाड़ कटान प्रकरण के तार अब सीधे साउथ अफ्रीका के चर्चित गुप्ता बंधुओं से जुड़ रहे हैं। दरअसल, इस जमीन की खरीद फरोख्त करने वाले गुप्ता कोई और नहीं बल्कि वही चर्चित भाई और जीजा हैं जिनके चर्चे बीते एक दशक में साउथ अफ्रीका से लेकर दुबई, देहरादून और सहारनपुर तक रहे हैं।

आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के तत्कालीन राष्ट्रपति के कार्यकाल में इन बंधुओं ने वहां इतना उधम मचाया की राष्ट्रपति तक को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। अभी उसी मामले में दो भाई जेल में हैं। यही नहीं उत्तराखंड में आये दिन इनके विवाद कभी हरिद्वार तो कभी किसी दूसरे शहर में होते रहे हैं।

इन बंधुओ ने नया ही गुल खिला डाला था। औली जैसे संरक्षित स्थल पर न केवल इन भाइयों ने अपने खानदान के लड़के की शादी की बल्कि तमाम मानक भी ताक पर रख दिये थे। तब इस शादी को लेकर खूब बवाल मचा था लेकिन तब पूरी सरकार ही इनकी आवभगत में जुटी थी।

अब एक बार फिर से भाई चर्चा में आ गए हैं। कैनाल रोड पर उनकी यह जमीन काफी पुरानी है जिस पर लंबे समय से ये लोग कुछ करने की फिराक में थे। अभी कुछ समय पहले इसका landuse परिवर्तन भी कराया गया था। खैर, एक बार फिर इन बंधुओं ने इस जमीन के जरिये वही सब करने की कोशिश की जिसके लिए वह मशहूर हैं। यहां नियम कायदों को ताक पर रखकर जहां पूरा पहाड़ खोदा गया तो वहीं हजारों टन मिट्टी भी बराबर कर दी गयी। राजपुर रोड से करीब 30 से 40 फ़ीट नीचे तक पहाड़ काटकर पास की कॉलोनी को भी खतरा पैदा किया गया।

तो नाप दिए गए अदने कर्मचारी

इस मामले में mdda के उन अदने कर्मचारियों को नाप दिया गया जिन्हें ये सेक्टर मिले ही जुम्मा जुम्मा महीना भर हुआ था। दोनों सुपरवाइजर अभी कुछ दिन पहले ही इस सेक्टर में आये थे। जबकि मलाई चाटने वाले अभी भी मौज काट रहे हैं।

तो mdda का विनाश करने आये हैं deputation वाले अभियंता

जब दे mdda में deputation पर अभियंताओं की नियुक्ति का खेल शुरू हुआ है तबसे शहर का नक्शा ही बदल गया है। तमाम जगहों पर अवैध निर्माण आम बात हो गयी है। कुल मिलाकर शहर में खुलेआम लूट मची है और पूरा सिस्टम हमेशा की तरह शहर को नोच खाने के मजे ले रहा है।

एक दिन में 4 से 5 लाख तक कि कमाई

इसी mdda में ऐसे भी कर्मचारी अधिकारी हैं जो एक दिन में 10-20 हजार रुपये की नहीं एक ही दिन में 4 से 5 लाख तक चट कर जाते हैं। बड़ा सवाल ये की क्यूं नहीं सरकार यहां विजिलेंस कार्रवाई करती।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *