उत्तराखंड में कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध, हरिद्वार से ऐसे घर घर भेजा जा रहा गंगाजल……

हरिद्वार : प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष भी कांवड़ यात्रा को स्थगित किये जाने के बाद अब गंगा जल को घर घर तक पहुँचाने का अभियान शुरू किया गया है। जिसके तहत आज हरिद्वार की हरकी पैड़ी से 3 हजार गंगाजली को उत्तर प्रदेश, दिल्ली ,हरियाणा ओर अन्य आस पास के शहरों की ओर रवाना किया गया।

इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, नगर आयुक्त जय भारत सिंह और समाजसेवी शिखर पालीवाल मौजूद रहे।

आज से सावन की शुरुआत हो चुकी है जहां हर वर्ष इस दौरान उत्तर प्रदेश दिल्ली और अन्य राज्यों से हरिद्वार आकर अपने गांव के शिवालयों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु कावड़ के माध्यम से गंगा चले जाते हैं लेकिन पिछले वर्ष की भांति इस बार भी प्रदेश सरकार द्वारा कोविड संक्रमण के चलते कावड़ यात्रा को स्थगित किया गया है।

जिसके बाद सामाजिक संस्था बीइंग भगीरथ द्वारा हरिद्वार से गंगाजल भरकर श्रद्धालुओं के घर तक निःशुल्क पहुंचाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की गई है जिसके तहत आज हर की पौड़ी से 3000 गंगाजल की गंगाजली भरकर उत्तर प्रदेश दिल्ली हरियाणा पंजाब की ओर रवाना की गई है। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कावड़ मेले को स्थगित किए जाने के बाद इस तरह के कार्यक्रम की बहुत आवश्यकता हो गई थी।

जिसको आगे बढ़ते हुए बीइंग भगीरथ संस्था द्वारा शुरू किया गया है जो एक सराहनीय काम है जिससे हरिद्वार ना सकने वाले श्रद्धालुओं को उनके घर पर ही गंगाजल उपलब्ध हो सकेगा। वही इस अवसर पर नगर निगम हरिद्वार के नगर आयुक्त जय भारत सिंह ने कहा कि निगम द्वारा अवैध प्लास्टिक पर कार्रवाई के दौरान उनके पास लगभग 5000 गंगाजलीय उपलब्ध जिनको बीइंग भगीरथ संस्था द्वारा इस काम के लिए नगर निगम से मांगा गया था, जो उनको सौंपी गई है। जिसके तहत आज गंगा जली की पहली खेप हरिद्वार से रवाना की गई है।

इस अवसर पर बीइंग भगीरथ के अध्यक्ष शिखर पालीवाल ने कहा नगर निगम और गंगा सभा के सहयोग से द्वारा उनकी संस्था श्रद्धालुओं के घरों तक गंगाजल पहुंचाने के लिए अभियान शुरू किया है जिसके तहत आज लगभग 3000 गंगाजली दिल्ली हरियाणा और अन्य शहरों की ओर रवाना की गई है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *