उत्तराखंड में चुनाव 2022- बीजेपी की कमजोर सीटों पर केंद्रीय मंत्री संभालेंगे मोर्चा, पार्टी सौपेगी जिम्मेदारी….
देहरादून : वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर कमजोर प्रदर्शन हुआ, वहां आगामी चुनाव में केंद्रीय मंत्री खेवनहार बनेंगे। रविवार को हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी खास चर्चा हुई।
रविवार को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में देहरादून स्थित भाजपा मुख्यालय से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता विजय बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, लोक सभा सांसद अजय टम्टा ने हिस्सा लिया।
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, कार्यसमिति सदस्य महेंद्र भट्ट ने दिल्ली से ही इस बैठक में हिस्सा लिया। जबकि हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो पाए।
बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 2017 के चुनाव नतीजों के आधार पर तैयारी की गई है। उन्होंने बताया कि 2017 में प्रदर्शन के आधार पर सीटों का श्रेणीकरण किया गया है। सर्वाधिक मतों से विजयी होने वाली सीटों को ए श्रेणी (जो निश्चित तौर पर जीत रहे), इसके बाद बी श्रेणी(जीतने की स्थिति में), इसके बाद सी(जिन पर 50-50 प्रतिशत उम्मीद) और जिन सीटों पर कांग्रेस का प्रभाव ज्यादा नजर आ रहा है, उन्हें डी श्रेणी में बांटा गया है।
उन्होंने बताया कि इस श्रेणीकरण के हिसाब से कमजोर प्रदर्शन वाली विधानसभा सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों और कार्यकर्ताओं को भी संगठन जिम्मेदारी देने जा रहा है।
2017 में 57, इस बार 60 पार का संकल्प
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 57 सीटों पर जोरदार जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा युवा मुख्यमंत्री, युवा सरकार, अबकी बार 60 पार के संकल्प के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। रविवार को हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भी 60 पार को लेकर विशेष बातचीत और रणनीति बनाई गई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी चुनाव के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं।