अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह मारपीट करने वाले संतों के बीच पहुंचे, और साधु-संतों का जीता दिल, कही ये बात
हरिद्वार : मेला अधिकारी हरबीर सिंह घायल अवस्था में उसी अखाड़े पहुंचे, जहां उनकी साधु-संतों के साथ तू तू-मैं मैं होने के बाद मारपीट हो गई थी. वहीं, मेलाधिकारी ने कहा कि वो यहां अपना काम करने आए हैं और किसी को ऐसा ना लगे कि वो एक अधिकारी हैं.
देहरादून: कुंभ मेले के पहले दिन देर रात अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह के साथ संतों की मारपीट की घटना के बाद वो सबका दिल जीतते हुए संतों के बीच पहुंच गए. घायल हरबीर सिंह अस्पताल से सीधे नाराज साधु-संतों के बीच पहुंचे. खास बात ये रही कि हरबीर सिंह उसी अखाड़े में पहुंचे, जहां उनके साथ ये घटना हुई थी. वहीं, संतों ने भी दिल खोलकर हरबीर सिंह का स्वागत किया.
मारपीट करने वाले संतों के बीच पहुंचे
दरअसल, अव्यवस्थाओं को लेकर बैरागी अखाड़ा लगातार प्रशासन और सरकार के कार्यों पर उंगली उठा रहा है. मेले का दूसरा दिन होने के बावजूद आज भी बैरागी कैंप में संतों की छावनी का काम चल रहा है, इसी बात से संतों में काफी नाराजगी है. ऐसे में गुरुवार रात जब बैरागी कैंप में लाइट नहीं थी तो उप मेलाधिकारी हरबीर सिंह को बुलाया गया था, जहां पर उनकी संतों के साथ तू तू-मैं मैं होने के बाद हाथापाई भी हो गई थी. इस घटना में हरबीर सिंह को चोट भी आई. हालांकि, देर शाम अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और तमाम संतों ने इस घटना की निंदा की थी.
संतों से मुलाकात करते हरबीर सिंह.
वहीं, एक दिन बाद ही हरबीर सिंह खुद उन्हीं संतों के पास पहुंच गए, जिन संतों ने उनके ऊपर कल हमला किया था. हरबीर सिंह ने रात हुई घटना पर संतों से बातचीत की और कहा कि तमाम समस्याओं का समाधान जल्द ही कर दिया जाएगा. हरबीर सिंह ने कहा कि वो यहां अपना काम करने आए हैं और किसी को ऐसा न लगे कि वह एक अधिकारी हैं
उन्होंने कहा कि पब्लिक डीलिंग उनका काम है और काम में ऐसी समस्याएं कई बार आती हैं. संतों के आक्रोश को समझकर सरकारी अमला भी संतों की समस्याओं के समाधान में लगा हुआ है.
लिहाजा किसी भी बात का बतंगड़ बनाकर मेले को बेकार न किया जाए. उन्होंने कहा कि वह पहले की तरह ही पूरी ऊर्जा से मेले में अपनी ड्यूटी करेंगे.