महाकुंभ:: आरटीपीसीआर रिपोर्ट के लिए राज्य के लोगों को भी इन नियमों का पालन करना अनिवार्य ,बिना रिपोर्ट के आने वाले यात्रियों को भेजा जा रहा वापस।
नारसन। हरिद्वार कुम्भ में आ रहे यात्रियों को आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाना और रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है रिपोर्ट न लाने वाले यात्रियों को बॉर्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद और बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह सख्ती बढ़ाई गई है वरना अब से पहले बॉर्डर पर ही कोरोना जांच की कर निगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें हरिद्वार भेजा जा रहा था।
हरिद्वार महाकुंभ का पहला स्नान नजदीक है तो वहीं कोरोना की दूसरी लहर भी अपनी चरम सीमा पर पहुंचती नजर आ रही है ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रसाशन पर महाकुंभ को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाना बढ़ी चुनौती बना हुआ है। बॉर्डर पर अन्य राज्यों से यात्रियों की भीड़ बढ़ती नजर आ रही है ऐसे में अब मेला प्रसाशन ने अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को बिना रजिस्ट्रेशन और आरटीपीसीआर रिपोर्ट के हरिद्वार आना पूर्ण वर्जित कर दिया है।
सोमवार शाम से पुलिस और प्रसाशन के अधिकारियों को इसपर सख्त तरीके से अमल में लाने के निर्देश जारी किए गए हैं वरना अब से पूर्व बॉर्डरों समेत जिले में करीब 12 स्थानों पर यात्रियों की रेंडम कोरोना जांच की जा रही थी जिन्हें निगेटिव आने पर हरिद्वार भेजा जा रहा था और पॉजिटिव आने पर वापस लौटाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी।
अब कोरोना जांच केवल उत्तराखंड के उन निवासियों की हो रही है जो दूसरे राज्यो से आ रहे हैं और निगेटिव रिपोर्ट उनके पास नही है। चाहें वह यात्री बस में सवार होकर आएं या अपने वाहन से। वहीँ इस सम्बंध में नारसन बॉर्डर पर तैनात कुम्भ मेला की एडिशनल एसपी अरुणा भारती का कहना है कि हरिद्वार गंगा स्नान के लिए अन्य राज्यों से आ रहे यात्रियों को आरटीपीसीआर की रिपोर्ट लाना अनिवार्य है वरना उन्हें वापस लौटाया जा रहा है। राज्य के लोगों को भी बिना आरसीपीटीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य है वरना उन्हें कोरोना जांच करवानी होगी।