अखाड़ा परिषद में दो फाड् हरि गिरि महाराज ने खोला मोर्चा, किन्नर अखाड़ा हमारा है, था और रहेगा-हरिगिरि महाराज
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की इलाहाबाद में हुई बैठक में लिए किन्नर अखाड़े को फर्जी बताए जाने के निर्णय से अखाड़ा परिषद ने ही विवाद पैदा हो गया है ,
परिषद के महामंत्री स्वामी हरिगिरि महाराज ने जताई असहमति,कहा किन्नर अखाड़ा हमारा था हमारा है और हमारा रहेगा, भले ही इसके लिए मैं अखाड़ा परिषद से निकाल दिया जाऊ,
मैं स्वयं महामंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा, भले ही अखाड़ा परिषद के अंग भी नही रहूंगा पर किन्नर अखाड़ा को नही छोडूंगा,क्योकि मैंने वचन दिया है और 20 आदमियों और किन्नर अखाड़े में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट किया है इसलिए मेरा कार्य वचन की रक्षा करना है।
कहा कि किन्नर अखाड़ा जूना के साथ स्नान करे या नही करें,पर वचन से बड़ा स्नान नही है ,2010 में भी स्नान छोड़ दिया था और संकल्प लेता हूँ एक बार नही पूरी जिंदगी भी कुम्भ स्नान नही करना पड़े तो कोई दुख नही होगा।
मैं पूरी तरह से किन्नर अखाड़े के साथ हूँ और स्नान किन्नर अखाड़े के साथ करूंगा नही तो नही करूंगा, किन्नर अखाड़े ने प्रयागराज में जूना अखाड़े के साथ किया था स्नान
उन्होंने तो यहां तक कहा कि आपके हिसाब से उन्होंने विशवास खो दिया है और बहुमत का आदर करना चाहिए ,जो निर्णय लिया गया है मैं उसका सम्मान करता हूँ ,मैने बहुमत खो दिया है ,या मैं महामंत्री पद पर नही हूँ ,या मुझे पद से हटा दिया हो ,इसके लिए सबका धन्यवाद,अगर बर्खास्त किया गया होगा तो एजेंडा मिल जाएगा.