*कान के रोग का इलाज घरेलु नुस्खे, जाने*

 

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*कान में पीब(मवाद) होने परः*
पहला प्रयोगः फुलाये हुए सुहागे को पीसकर कान मेंडालकर ऊपर से नींबू के रस की बूँद डालने से मवाद निकलनाबंद होता है।

मवाद यदि सर्दी से है तो सर्दी मिटाने के उपायकरें। साथ में सारिवादी वटी 1 से 3 गोली दिन में दो बार वत्रिफला गुग्गल 1 से 3 गोली दिन में तीन बार सेवन करनाचाहिए।

दूसरा प्रयोगः शुद्ध सरसों या तिल के तेल में लहसुनकी कलियों को पकाकर 1-2 बूँद सुबह-शाम कान में डालने सेफायदा होता है।

*बहरापनः*
पहला प्रयोगः दशमूल, अखरोट अथवा कड़वी बादामके तेल की बूँदें कान में डालने से बहरेपन में लाभ होता है।

दूसरा प्रयोगः ताजे गोमूत्र में एक चुटकी सेंधा नमकमिलाकर हर रोज कान में डालने सेआठ दिनों में ही बहरेपन मेंफायदा होता है।

तीसरा प्रयोगः आकड़े के पके हुए पीले पत्ते को साफकरके उस पर सरसों का तेल लगाकर गर्म करके उसका रसनिकालकर दो-तीन बूँद हररोज सुबह-शाम कान में डालने सेबहरेपन में फायदा होता है।

चौथा प्रयोगः करेले के बीज और उतना ही कालाजीरा मिलाकर पानी में पीसकर उसका रस दो-तीन बूँद दिनमें दो बार कान में डालने से बहरेपन में फायदा होता है।

पाँचवाँ प्रयोगः कम सुनाई देता हो तो कान मेंपंचगुण तेल की 3-3 बूँद दिन में तीन बार डालें। औषधि मेंसारिवादि वटी 2-2 गोली सुबह, दोपहर तथा रात को लें।

कब्ज न रहने दें। भोजन में दही, केला, फल व मिठाई न लें।

*कान का दर्दः*
अदरक का रस कान में डालने से कान के दर्द, बहरेपनएवं कान के बंद होने पर लाभ होता है।

*कान में आवाज होने परः*
लहसुन एवं हल्दी को एकरस करके कान में डालने परलाभ होता है। कान बंद होने पर भी यह प्रयोग हितकारक है।

*कान में कीड़े जाने परः*
दीपक के नीचे का जमा हुआ तेल अथवा शहद याअरण्डी का तेल या प्याज का रस कान में डालने पर कीड़ेनिकल जाते हैं।

*कान के सामान्य रोगः*
सरसों या तिल के तेल में तुलसी के पत्ते डालकर धीमीआँच पर रखें। पत्ते जल जाने पर उतारकर छान लें। इस तेल की दो-चार बूँदें कान में डालने से सभी प्रकार के कान-दर्द में लाभहोता है।

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