उत्तराखंड में शिक्षा विभाग के नए फरमान से शिक्षक हैरान परेशान, जानिए क्या है मामला….

देहरादून : वित्तीय वर्ष खत्म होने में दो दिन का वक्त ही बचा है और शिक्षा विभाग ने एक नया फरमान जारी कर दिया। सरकारी स्कूलों के पुस्तकालयों के लिए किताब खरीदने के लिए बजट जारी करते हुए तत्काल किताब खरीदने के आदेश दिए गए हैं। बेसिक, जूनियर हाईस्कूल और इंटर कालेज के लिए अलग अलग प्रकाशकों की 320 किताबें भी चिह्नित कर दी गई है।

स्कूलों को आदेश दिए गए हैं कि बजट को उपयोग का इसी वित्तीय वर्ष में करना है और किताबें भी तय प्रकाशकों से ही खरीदी जानी है। शिक्षक परेशान हैं कि दो दिन के वक्त में कैसे किताबें खरीदी जाएंगी? और यदि खरीदे भी तो भला तय प्रकाशकों की किताबों को कहां तलाश जाए ?

राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान बंशीधर तिवारी ने मंगलवार को सभी सीईओ को किताब खरीने के लिए गाइड लाइन जारी की कक्षा एक से पांच के लिए 120, छठी से आठवीं तक की कक्षाओं के लिए 100 किताब और कक्षा नौ से 12 वीं तक के लिए भी 100 किताबें तय की गई हैं।

सूत्रों के अनुसार प्राइमरी स्कूल को पांच हजार, छठी से आठवीं तक के जूनियर स्कूल को 13 हजार, नवीं से 10 तक के स्कूल के लिए 15 हजार और इंटरमीडिएट स्कूल 20 हजार रुपये दिए जाते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार से पुस्तकालय में मद में धन काफी विलंब से मिला है। इस वजह से बजट जारी करने में देरी हुई है।

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