उत्तराखंड में छात्र व्रती घोटाले को उजागर करने में अहम भूमिका निभाने वाले आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लाम्बा की गोली लगने से मौत हो गई।
हरिद्वार के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र की इस घटना के बाद इलाके में हड़कम्प मच गया है।
जानकारी के अनुसार पंकज लाम्बा की अपनी ही राइफल से गोली चलने के कारण मौत हुई है।
घटना की सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस में हड़कम्प मच गया।
आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जंहा पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लाम्बा रानीपुर कोतवाली इलाके के शिवालिक नगर में रहते थे।
बताया जा रहा है कि आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लाम्बा अपने किसी परिचित के यंहा गए हुए थे।
जंहा पर बच्ची की जिद के चलते उन्होंने अपनी राइफल बच्ची को दी।
जानकारी मिल रही है कि उन्होंने राइफल देने से पहले मैगजीन निकाल ली थी।
लेकिन एक गोली चैंबर में फसी राह गई थी जो बच्ची के ट्रिगर दबाने के साथ ही चल पड़ी और गोली आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लाम्बा को लग गई।
जिसके बाद हड़कम्प मच गया और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जंहा डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दे कि आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लाम्बा की शिकायत पर ही उत्तराखंड में करोड़ो के अनुसूचित जाति जनजाति छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा हुआ था।
उत्तराखंड में 2011-12 से 2016 तक अनुसूचित जाति जनजाति छात्रवृत्ति के नाम।पर बड़ा खेल खेला गया था।
घोटाले में कुछ दिन पहले ही एसआईटी ने एक आरोपी को सहारनपुर से गिरफ्तार भी किया है।
लांबा की गोली लगने से मौत के बाद हड़कम्प मच गया है।
फिलहाल उनकी मौत पर पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है