उत्तराखंड में परीक्षाओं की धांधली से सहमे आयोग ने उठाया कदम, धांधली से पास छात्रों का परीक्षाफल होगा निरस्त…..
देहरादून: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की मई-2022 में हुई एई-जेई लिखित भर्ती परीक्षा गलत तरीके से उत्तीर्ण करने वाले अभ्यार्थियों का परीक्षाफल निरस्त होगा। आयोग ने मामले की जांच कर रही एसआइटी को धांधली करने वाले आरोपितों के अलावा उन अभ्यर्थियों की भी पहचान करने को कहा है, जिन्होंने आरोपितों के सहयोग से परीक्षा पास की।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने यह कदम भर्ती परीक्षा के भविष्य को लेकर चिंतित सफल अभ्यार्थियों की मांग के समर्थन में उठाया है। इसकी पुष्टि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार ने की।उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने मई-2022 में एई के 166 और जेई के 735 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी, जिनके साक्षात्कार अब तक पूरे नहीं हुए हैं।
उत्तराखंड सरकार के आठ विभागों में एई व जेई की भर्ती को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने 26 नवंबर 2021 को विज्ञापन निकाला था। इसमें लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार होना था।आयोग से मिली जानकारी के अनुसार एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के साथ-साथ प्राविधिक के अवर अभियंता पदों पर (जेई) भर्ती को सात से 10 मई 2022 को लिखित परीक्षा आयोजित कराई गई थी।
आयोग ने इसमें साक्षात्कार के लिए 3853 सफल अभ्यार्थियों का परीक्षा परिणाम 31 अगस्त 2022 को जारी किया था। साथ ही एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के सफल अभ्यार्थियों का साक्षात्कार 23 दिसंबर 2022 को तथा मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सफल अभ्यार्थियों का 14 से 16 जनवरी 2023 के मध्य साक्षात्कार हुआ।सिविल इंजीनियरिंग के 594 व इलेक्ट्रिकल के 39 पदों के लिए सफल अभ्यार्थियों का साक्षात्कार 14 से 16 जनवरी के मध्य होने की तैयारी थी पर, इस दौरान आयोजित हुई लेखपाल परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामला उजागर हो गया। बाद में एई-जेई परीक्षा में भी धांधली उजागर होने व मामले की एसआइटी जांच आरंभ होने के कारण होने वाले साक्षात्कार पर रोक लग गई।
एई के 166 पदों के लिए लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण 830 के करीब अभ्यार्थियों का साक्षात्कार मार्च 2023 में होना था पर, अब इसके भविष्य को लेकर सफल अभ्यर्थी चिंतित हैं। साक्षात्कार को लेकर आयोग की कोई घोषणा न होने और एसआइटी जांच के कारण परीक्षा के भविष्य को लेकर चिंतित सफल अभ्यार्थियों ने सोमवार को आयोग मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया था।उनकी मांग थी कि एई-जेई भर्ती परीक्षा निरस्त करने की जगह धांधली के आरोपितों का परीक्षाफल निरस्त किया जाए। अपनी इसी मांग को लेकर उत्तीर्ण अभ्यार्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को आयोग अध्यक्ष डा. राकेश कुमार से मिला था। उन्हें अपनी चिंताओं से अवगत कराया था।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने एई-जेई भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की जांच कर रही एसआइटी से परीक्षा उत्तीर्ण होने वाले अभ्यार्थियों में से ऐसे अभ्यार्थियों की पहचान करने को कहा है, जिन्होंने धांधली कर परीक्षा उत्तीर्ण की है। ऐसे अभ्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को निरस्त किया जाएगा। इस पर अंतिम फैसला फरवरी माह के अंत में आयोग की बैठक में लिया जाएगा।’