उत्तर प्रदेश में माघ मेला परंपरागत तरीके से भव्य हो सकता है तो कुंभ के आयोजन में तमाम तरह की पाबंदियां क्यों-श्रीमहंत नरेंद्र गिरी……
हरिद्वार ।कुंभ मेले को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने एक बार फिर सरकार के कुंभ को लेकर दिशा-निर्देशों और कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि जब उत्तर प्रदेश में माघ मेला परंपरागत तरीके से भव्य रुप से हो सकता है तो कुंभ के आयोजन के लिए तमाम तरह की पाबंदियां क्यों लगाई जा रही हैं…?
मीडिया में जारी किए गए अपने बयान में बोलते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने उत्तर प्रदेश की सरकार और उनके अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में माघ मेला अपनी पूर्ण परंपरागत तरीके से संपन्न हुआ उसके लिए अधिकारी और मुख्यमंत्री धन्यवाद के पात्र हैं
वहीं उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार से आग्रह किया कि माघ मेले की तर्ज पर उत्तराखण्ड में होने वाले महाकुंभ मेले का आयोजन भी भव्य रुप से हो, जहां पर कथाएं भी हो, कीर्तन भी हो और संतों के लिए टेंट भी लगाये जाएं, उन्होंने कहा कि माघ मेले के दौरान करोड़ों लोग माघ मेले में पहुंचे लेकिन किसी को भी करोना नहीं हुआ, ना ही वहां पर किसी की भी कोरोना के कारण मृत्यु हुई और ना ही कोई कोरोना से पीड़ित है।
इसको देखते हुए उत्तराखण्ड सरकार भी हरिद्वार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जो तमाम तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं उनको हटाते हुए कुंभ का आयोजन भव्य रूप से सम्पन्न करें। जिसमें भजन-कीर्तन आदि सभी हो और संतों के लिए टेंट भी लगें।
श्रीमहंत नरेंद्र गिरी, अध्यक्ष, अखाड़ा परिषद।