अब कोटद्वार में पोस्टर वार शुरू, भाजपा के पास हरक सिंह रावत का विकल्प कौन..?
देहरादून : कोटद्वार में पोस्टर वार शुरू, भाजपा के पास हरक सिंह रावत का विकल्प कौन..?
पूर्व CM खण्डूरी को हराने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता सुरेंद्र सिंह नेगी को कौन दे सकता है टक्कर..?
हरक सिंह रावत के जाने के बाद भाजपा में कोटद्वार से जिताऊ प्रत्याशियों की शुरू हो गई है। विधानसभा व प्रदेशस्तर पर दुबारा फ़ीडबैक लिया जा रहा है। हरक के जाने से विधायक बनने का सपना संजोए नेताओं की किस्मत चमक गई है। टिकट की दौड़ में शामिल नेताओं ने इसके लिए अपने सपने स्तर से लॉबिंग शुरू कर दी है। इसके साथ ही पोस्टर वार भी शुरू हो गया है।
ऐसे ही पोस्टर आजकल विनोद रावत के चर्चाओं में हैं। हरक सिंह रावत OSD रहे विनोद रावत एक कुशल रणनीतिकार होने के कारण किसी भी चुनाव की बाजी पलटने में सक्षम हैं। पिछले 30 वर्षों से भाजपा से जुड़े विनोद रावत का कहना है कि कोटद्वार से भाजपा की जीत दोहरा सकते हैं। विनोद रावत का कहना है कि वह छात्र जीवन से ही भाजयुमो से जुड़ गये थे और उन्होंने भाजपा को गढ़वाल में स्थापित करने में अहम भूूमिका अदा की। वह 1989 में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार मनोहर कांत ध्यानी से लेकर जनरल बीसी खंडूड़ी के चुनाव में सक्रियता के साथ जुड़े रहे।
भाजयुमो पौड़ी के जिलाध्यक्ष के तौर पर विनोद रावत ने उस दौर में भाजप को पहाड़ में स्थापित किया जब भाजपा का वहां कोई अस्तित्व नहीं था। विनोद रावत ने लैंसडाउन से भाजपा उम्मीदवार बलवीर सिंह नेगी के चुनाव में भी समर्थन जुटाने की हरसंभव कोशिश की। 1991 के लोकसभा चुनावो में भी जनरल खंडूड़ी के साथ लैंसडाउन, कर्णप्रयाग व पौड़ी विधान सभाओं के भ्रमण में लगातार सिर्फ वह और दयानंद चंदोला ही जुटे रहे। हरक सिंह रावत चुनाव जिताने में विनोद रावत की अहम भूमिका रही।
कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह नेगी को यदि कोई जबरदस्त टक्कर दे सकता है तो वह हैं विनोद रावत। यदि भाजपा उन्हें कोटद्वार से टिकट देती है तो वह पार्टी की जीत को यहां से दोहरा सकते हैं।