करवाचौथ के दिन राहुकाल में 10.30 से 12 बजे तक नहीं होगा पूजन, चांद निकलने का टाइम कर लें नोट………

देहरादून: इस साल करवा चौथ 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सिद्धि योग, केतु योग और बुधादित्य योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, सुबह 10.30 से 12 बजे तक राहुकाल रहेगा, जिसमें पूजन नहीं करना चाहिए। पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 1.34 से 4.45 बजे तक है। चंद्रमा रात 8.15 बजे उदय होगा, जिसके बाद अर्घ्य देना शुभ होगा।

करवाचौथ कल : राहुकाल में 10.30 से 12 बजे तक नहीं होगा पूजन

करवा चौथ 10 अक्टूबर को

राहुकाल में पूजन वर्जित

चंद्रमा का उदय रात 8.15 बजे

हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला त्योहार करवा चौथ 10 अक्टूबर को शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा।

इस साल करवा चौथ के दिन सिद्धि योग, केतु योग, बुधादित्य योग में रखा जाएगा। शुक्रवार को कृतिका नक्षत्र होने से केतु योग बनता है। लेकिन सिद्धि योग, मित्र योग, बुधादित्य योग से यह पर्व और अधिक शुभ हो गया है। साथ ही सुबह 10.30 से 12 बजे तक राहु काल है। राहु काल में पूजन करना शुभ नहीं माना जाता।

ज्योतिषाचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि 10 अक्टूबर को करवा चौथ के दिन सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक राहुकाल रहेगा।

राहुकाल की अवधि में पूजन नहीं करना चाहिए। इसके बाद दोपहर 1.34 बजे से 4.45 बजे तक मकर, कुंभ लग्न में करवा चौथ पूजन का शुभ मुहूर्त है।

साथ ही शाम 5.30 बजे से रोहिणी नक्षत्र आ जाएगा। चंद्रमा का उदय रात 8.15 बजे होगा। इस समय उच्च के चंद्रमा होंगे और चंद्रमा को अर्घ्य देने का समय रात्रि 8.15 बजे के बाद है।

इसलिए रोहिणी नक्षत्र में उच्च की राशि में चंद्रमा के योग में चंद्रमा को दिया हुआ अर्घ्य पति की आयु को वृद्धि करता है।

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