उत्तराखंड में अब पुलिस रैंकर्स भर्ती का परिणाम भी लटका, अध्यक्ष न होने से बढ़ी परेशानी….
देहरादून: आठ परीक्षाओं के साथ पुलिस रैंकर्स भर्ती का परिणाम भी लटका, अध्यक्ष न होने से बढ़ी परेशानीरैंकर्स भर्ती परीक्षा में करीब 10,500 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था। परिणाम इसी साल मार्च में जारी हुए। 1350 उम्मीदवारों ने हेड कांस्टेबल और 650 ने दरोग के लिए मेरिट में जगह पाई थी।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भविष्य की आठ परीक्षाओं के साथ ही पूर्व में हो चुकी पुलिस रैंकर्स भर्ती परीक्षा का परिणाम भी लटक गया है। परिणाम पर नए अध्यक्ष के आने के बाद आयोग की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।उत्तराखंड पुलिस में कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर (दरोगा) के लिए फरवरी 2021 में आयोग ने परीक्षा कराई थी। आयोग ने परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया था, लेकिन पांच उम्मीदवारों ने चार सवालों के सही जवाब लिखने के बावजूद आयोग की ओर से गलत ठहराने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी थी।
हाईकोर्ट ने रिजल्ट पर रोक लगा दी थी। सुनवाई खत्म होने के बाद बीती 11 जुलाई को हाईकोर्ट ने रैंकर्स परीक्षा से रोक हटा दी। लेकिन एक माह बाद भी रिजल्ट जारी नहीं हो पाया। हाईकोर्ट ने इसके परिणाम का निर्णय आयोग पर छोड़ा है।
10,500 ने दी थी परीक्षा
रैंकर्स भर्ती परीक्षा में करीब 10,500 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था। परिणाम इसी साल मार्च में जारी हुए। 1350 उम्मीदवारों ने हेड कांस्टेबल और 650 ने दरोग के लिए मेरिट में जगह पाई थी। इन सभी की शारीरिक दक्षता परीक्षा अप्रैल 2021 में हुई थी। परीक्षा हेड कांस्टेबल के 394, दरोगा सिविल पुलिस के 61, पीएसी सब इंस्पेक्टर के 77, पीएसी हेड कांस्टेबल के 250 और सशस्त्र पुलिस बल में हेड कांस्टेबल के 215 पदों के लिए हुई थी।
हाईकोर्ट ने परीक्षा परिणाम का निर्णय आयोग पर छोड़ा है। आयोग की बोर्ड बैठक में ही इस पर निर्णय होगा। फिलहाल अध्यक्ष पद खाली है। अध्यक्ष के आने के बाद ही निर्णय होगा।
-संतोष बडोनी, सचिव, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग