उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए बना बड़ी मुसीबत, बिजली का बिल देख उड़ रहे लोगों के होश…….
हल्द्वानी: हल्द्वानी में स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को दोगुना बिल मिलने की शिकायतें आ रही हैं। 1.88 लाख मीटर बदलने के लक्ष्य में से 30 हजार बदले जा चुके हैं लेकिन बिल बढ़ने से लोगों में गुस्सा है। ऊर्जा निगम जांच और जागरूकता अभियान चलाने का दावा कर रहा है। उपभोक्ता मीटर बदलने के बाद बढ़े हुए बिलों से परेशान हैं।
आधुनिक तकनीकी के साथ बिजली वितरण का सिस्टम अपग्रेड किया जा रहा है। पुराने मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। नैनीताल जिले में 1.88 लाख मीटर बदलने का लक्ष्य है। इसमें करीब 1.25 लाख नए मीटर सिर्फ हल्द्वानी नगर और ग्रामीण खंड में लगने हैं। इनमें से 30 हजार से अधिक मीटर बदल दिए गए हैं, लेकिन परिवर्तन की प्रक्रिया उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बन गई हैं।
नया मीटर लगने के बाद कई इलाकों में लोगों को दोगुना या उससे भी अधिक बिल मिल रहा है। ऐसे में क्षेत्रवासियों का गुस्सा स्मार्ट मीटर को लेकर बढ़ रहा है। ज्यादा बिल आने के आरोपों की बीच अब उपभोक्ताओं की जेब भी हांफने लगी है। हालांकि, ऊर्जा निगम सामने आ रहे मामलों की जांच कराकर सुधार का दावा कर रहे हैं। साथ ही स्मार्ट मीटर को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
केस 1. धान मिल क्षेत्र निवासी मनीष साहू ने बताया कि उनके घर पर जून मध्य में स्मार्ट मीटर लगाया गया था। पहले तक तो 400 रुपये से 700 रुपये तक प्रतिमाह बिल आता था, लेकिन मीटर बदलने के बाद जुलाई में 1700 रुपये बिल प्राप्त हुआ है। हमारे उपयोग में कोई वृद्धि नहीं हुई है उसके बावजूद इतना बिल आना समझ नहीं आ रहा है।
केस 2. मुरारजीनगर निवासी लक्ष्मी सैनी बताती हैं कि उनके घर में पिछले महीने नया बिजली मीटर लगाया गया था। पहले तक 350 से 500 रुपयेे तक बिल आता था। लेकिन नया मीटर लगने के बाद जुलाई में दो बार बिल आया पहले 320 और दूसरी बार 900 रुपये भुगतान का मैसेज मिला है। अभी उसे जमा नहीं कराया है।
केस 3. धान मिल की रहने वालीं अंकिता पाल ने बताया कि अप्रैल में बिजली का बिल 615 रुपये प्राप्त हुआ था। वहीं, पिछले माह कर्मचारी नया मीटर लगाकर गए हैं। उसके बाद 1226 रुपये बिल मिला है। अब समझ नहीं आ रहा है कि एकदम इतना बिल कैसे आ सकता है।