उत्तराखंड में पुलकित के पिता ने कहा सीधा-साधा बालक है मेरा’ खून खौला देंगी आरोपी के पिता की ये बातें सुनिए विनोद आर्य का ये बयान…..
हरिद्वार: पुलकित सीधा-साधा बालक है’ खून खौला देंगी आरोपी के पिता की ये बातें, देवभूमि में जनाक्रोशअंकिता हत्याकांड के बाद पूरे प्रदेश में जनाक्रोश है। आरोपी पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद उसे फांसी देने की पुरजोर मांग उठ रही है। जघन्य घटना के विरोध में प्रदर्शन और पुतले फूंके जा रहे हैं लेकिन आरोपी पुलकित के पिता डॉ. विनोद आर्य का कहना है कि उनका बेटा सीधा-साधा बालक है। अपने काम से काम रखता है। बिजनेस में ही उसका ध्यान रहता है।
हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य का आर्यनगर ज्वालापुर में घर है। उसके पिता डॉ. विनोद आर्य की फार्मेसी है। अंकिता हत्याकांड के बाद पुलकित के पिता डॉ. विनोद आर्य ने कहा कि पुलिस अपनी जांच कर रही है। हम जिम्मेदार लोग हैं। जांच प्रभावित न हो, इसलिए पार्टी से त्यागपत्र दे दिया। बेटे डॉ. अंकित आर्य ने अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग से भी इस्तीफा दे दिया है। डॉ. विनोद आर्य ने कहा कि पुलकित आर्य काफी दिनों से उनसे अलग रह रहा था। डॉ. विनोद ने कहा कि वह पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
उन्होंने पुलकित के बीएएमएस की परीक्षा में अपनी जगह दूसरे व्यक्ति को परीक्षा में बैठाने के मामले को गलत बताया। कहा कि उन पर गलत आरोप लगाए गए हैं। रिजॉर्ट मामले में कहा कि वह वैध है। यदि गलत बना है तो वह हर कार्रवाई के लिए तैयार हैं।बता दें, अंकिता हत्याकांड में भाजपा ने आरोपी के पिता विनोद आर्य और भाई डॉ. अंकित आर्य को पार्टी से निष्कासित किया है। भाजपा नेता विनोद आर्य पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री भी रहे हैं। जबकि भाई अंकित आर्य वर्तमान में उत्तराखंड पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अंकित को आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटाया गया। इस संबंध में शासन ने आदेश जारी किए हैं। ऋषिकेश क्षेत्र के गंगा भोगपुर स्थित वसुंधरा रिजॉर्ट में रिसेप्सनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में पूरे उत्तराखंड में बबाल होने के बाद भाजपा ने भी आरोपी के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को निष्कासित किया है।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने निष्कासन की कार्रवाई की है। पूर्व में भाजपा नेता विनोद आर्य दर्जाधारी राज्य मंत्री रहे हैं। वर्तमान भाजपा सरकार में विनोद आर्य के बड़े बेटे अंकित आर्य को उत्तराखंड पिछड़ा वर्ग आयोग में उपाध्यक्ष बनाया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अंकित आर्य को आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटाया गया है।