हरिद्वार जिले में पहले चला गालियों का राउंड फिर लाठियों का, जानिए ये हुआ किस किसके बीच……
रूड़की “‘जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का”‘ …जी हां आपने यह कहावत तो कई बार अपने कानों से सुन ली होगी मगर कहावत हो का एक विलोम शब्द भी इस इंसानी जमीन पर मौजूद है कुल मिलाकर जरूरी नहीं कि सिर्फ जमीन पर होने वाले नजारे कहावतें से ही मिलते जुलते हो कई बार परिस्थितियां विपरीत भी हो बैठती हैं।
मामला दरअसल हरिद्वार जिले के मंगलौर कोतवाली के अंदर का है जहां एक पुलिस अधिकारी द्वारा एक व्यक्ति विशेष को जमकर गाली-गलौज की गई इतना ही नहीं कोतवाली की कुर्सी पर काबिज खाकी वर्दीधारी अधिकारी ने अपने क्रोध का तांडव प्रकट करते हुए लाठियां भांजनी शुरू कर दी।
और यह नजारा कोतवाली के कमरे से शुरू होकर देखते ही देखते बाहर तक आ पहुंचा वहीं कोतवाली में तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी समझ नहीं पा रहे थे कि वह अपने अधिकारी को नियंत्रण में करें या फिर उस व्यक्ति को जो पुलिस अधिकारी यानी कि कोतवाल यशपाल बिष्ट के साथ बहस कर रहा था बताया जा रहा है कि मंगलौर कोतवाली पुलिस द्वारा एक ठगी के आरोपी को अपनी हिरासत में लिया गया था।
जिस संबंध में भारतीय जनता युवा मोर्चा के दर्जनों कार्यकर्ता देर रात कोतवाली पहुंचे थे पुलिस के मुताबिक कोतवाली पहुंचे लोगों पर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी का भी आरोप है जिस दौरान पुलिस के साथ उनकी बहस गर्म हो गई और देखते ही देखते कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट द्वारा जमकर गाली-गलौज शुरू कर दी और कुछ ही मिनटों में भारतीय जनता युवा मोर्चा संघ आए एक व्यक्ति पर बाहर निकलते ही लाठियां भांजनी शुरू कर दी।
इसी दौरान यह नजारा किसी ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया और अब सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने बेहद तेजी से वायरल होकर ट्रेंड पकड़ लिया है नहीं जानकारी के मुताबिक गाली गलौज करने वाले कोतवाल पहले ही कहीं विवादों में रह चुके हैं जिनमें हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र में एक तस्कर से रिश्वत लेकर जिला आबकारी अधिकारी और एक पत्रकार पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप शामिल है।