उत्तराखंड में ट्रैकिंग के लिए फेमस भारत के इस टूरिस्ट प्लेस पर विदेशियों की एंट्री है बैन, जानिए क्यों……..
देहरादून: उत्तराखंड का खूबसूरत चकराता हिल स्टेशन ट्रैकिंग और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां विदेशी पर्यटकों की एंट्री पूरी तरह बैन है. जानिए इस फैसले के पीछे की असली वजह और क्या है यहां की खासियत।
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल हर टूरिस्टों को अपनी ओर खींचता है। वजह है यहां कि खूबसूरत वादियां और प्राकृतिक दृश्य. यहां हर वर्ष लाखों विदेश पर्यटक घूमने आते हैं. लेकिन अगर हम कहें कि यहां एक ऐसा जगह भी है जहां विदेशी पर्यटकों की इंट्री पूरी तरह बैन है. आप ऐसा पढ़कर सोच में पड़ गये होंगे कि ये जगह कौन सी है और पर्यटकों की क्यों पूरी तरह बैन है. तो हम आपको बता दें कि इस स्थान का नाम चकराता है. जो उत्तराखंड का एक फेमस हिल स्टेशन है।
चकराता हिल स्टेशन पर क्यों बैन है विदेशी नागरिकों की एंट्री
चकराता हिल स्टेशन पर विदेशी नागरिकों की एंट्री के बैन होने का कारण वहां की सुरक्षा व्यवस्था है. दरअसल यह इलाका भारतीय सेना के नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण कैंप है, जो देश की रक्षा संरचना का हिस्सा है. इस कारण विदेशी नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती. साल 1866 में अंग्रेजों द्वारा बसाया गया यह हिल स्टेशन अब भारतीय रक्षा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. सुरक्षा चिंताओं के चलते मंत्रालय ने वीजा होने के बावजूद विदेशी नागरिकों की एंट्री पर बैन लगा दी है।
ट्रैकिंग के लिए बेस्ट माना जाता है यह इलाका
चकराता हिल स्टेशन प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है. देवदार व बांस के जंगलों में बसा यह इलाका ट्रैकिंग के लिए बेस्ट माना जाता है. पहाड़ों के चारों ओर मौजूद घने पेड़ और सुनसान इलाका यहां पर आने वालों को शांत वातावरण देता है. टाइगर फॉल्स, बुधेर गुफा, चिलमिरी नेक, देववन और लक्खमंडल यहां के दर्शनीय स्थल है. चकराता के अलावा उत्तराखंड के अन्य स्थल मसूरी, नैनीताल, ऋषिकेश है, जहां विदेशी नागरिकों की एंट्री बैन नहीं है।