उत्तराखंड में फिर भूकंप इस जिले में महसूस किए गए झटके, बड़े भूकंप की आहट तो नही….
पिथौरागढ़ : उत्तराखंड में बड़े भूकंप की आशंका के बीच लगातार अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। आज एक बार फिर पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। हालांकि भूकंप का केंद्र जिले से सटे नेपाल क्षेत्र में था। जिसका रिक्टर पैमाने पर तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 थी। भूकंप का केंद्र नेपाल में जमीन से 08 किलोमीटर की गहराई पर था।
पिथौरागढ़ के नेपाल से सटे बॉर्डर पर ये झटके कल रात करीब 8:25 बजे पर महसूस किए गए हैं। भूकंप के झटकों से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। लेकिन प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार भूकंप के झटकों से लोग सहम गए हैं। प्रदेश में इससे पहले 21 सितंबर यानी मंगलवार को उत्तरकाशी में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.5 मापी गई है।
वहीं उससे पहले 20 सितंबर को पिथौरागढ़ जनपद से पश्चिम में स्थित नेपाल का दारचूला के भारत-नेपाल सीमा पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई थी। 19 सितंबर को रुद्रप्रयाग में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.3 मापी गई है।
इससे पूर्व उत्तराखंड के चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, बागेश्वर आदि जिलों में तेज झटके महसूस किए गए थे। जिसकी रिक्टर पैमाने पर 4.6 तीव्रता थी।भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड को बेहद संवदेनशील माना गया है। उत्तराखंड में छोटे छोटे भूकंप आते रहते हैं। प्रदेश को जोन चार और पांच में रखा गया है।
वहीं जानकारों के द्वारा एक बड़े झटके की चेतावनी भी कुछ समय पूर्व दी गई है। ऐसे में अलर्ट रहने की आवश्यकता है। वैज्ञानिकों की माने तो उत्तराखंड में आ रहे भूकंप के ये हल्के झटके बड़े खतरे का संकेत हैं।
उत्तराखंड में भूकंप को लेकर किए गए शोध से इस बात का खुलासा हुआ है कि हिमालय में 200 साल की ऊर्जा एकत्रित हो चुकी है जो कभी भी एक बड़े भूकंप के रूप में बाहर आ सकती है। ऐसे में आशंका है कि उत्तराखंड में इस सदी का सबसे भयानक भूकंप आ सकता है।