बिग ब्रेकिंग:- देहरादून के बीजेपी विधायक सीएम से बोले देहरादून में 15 दिन का पूर्ण लॉकडाउन ही अंतिम विकल्प, आज बड़ी घोषणा हो सकती है।
देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना के हालात भयावह होते जा रहे हैं ऐसे में वर्तमान में देहरादून समेत मैदान के सभी जिले यहां तक कि पहाड़ों में भी कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है देहरादून तो देश की टॉप 4 शहरों में आ गया है जहां संक्रमण सबसे ज्यादा है ऐसे में अब देहरादून के विधायकों ने सीएम को दो टूक कह दिया है कि अगर देहरादून को कोरोनावायरस से बचाना है तो देहरादून में कम से कम 15 दिन का पूर्ण लॉकडाउन लगाना जरूरी है इसके अलावा अब कोई चारा नहीं बचा है ऐसे में माना जा रहा है की राजधानी देहरादून में 10 मई से संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है। ऐसा नहीं हुआ तो कर्फ्यू के मौजूदा प्रावधान सख्ती से लागू किए जाएंगे। इस दौरान अभी लोगों को दी जा रही कई तरह की छूट खत्म की जा सकती है। शहर के विधायकों की मांग पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इसका आश्वासन दिया है। आज ही इसको लेकर फैसला हो जाएगा।अभी राजधानी में सोमवार 10 मई की सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू है।
सरकार और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद दून में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। अलग-अलग वर्गों के लोग शहर में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि अब तक सरकार इस पर फैसला नहीं कर सकी है। शनिवार को इस मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और शहर के विधायकों जिनमें वरिष्ठ विधायक हरबंस कपूर पूर्व मंत्री खजान दास विधायक उमेश शर्मा काऊ विधायक विनोद चमोली मौजूद रहे विधायकों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की।उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात हैं, उनमें सरकार को संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार करना चाहिए। लोग भी लॉकडाउन लगाने की मांग कर रहे हैं।
विधायकों ने एक सुर में कहा कि अगर किसी कारण सरकार लॉकडाउन नहीं लगा रही तो मौजूदा कर्फ्य में दी जा रही छूट खत्म होनी चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने दोनों वकिल्पों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। राजधानी में 10 मई से दोबारा पास सिस्टम लागू किया जा सकता है। अभी लोगों को आवाजाही के लिए पास की जरूरत नहीं है। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को उनके संस्थान के आईकार्ड और मेडिकल आवश्यकता वालों को डॉक्टर के पर्चे पर आवाजाही की छूट दी जा रही है।ऐसे में जरूरतमंद लोगों की आड़ में बड़ी संख्या में लोग बेवजह सड़कों पर घूम रहे हैं।
विधायकों ने कहा कि आवाजाही के लिए पास की अनिवार्यता की जाए। हालांकि इस बात का ध्यान भी रखा जाएगा कि इससे कोरोना जांच और वैक्सीनेशन पर असर न पड़ेशहर में दुकानें भी बंद की जा सकती है। अभी दोपहर 12 बजे तक कुछ आवश्यक सुविधाओं की दुकानें खुली रखने की छूट दी गई है, जिसे खत्म किया जा सकता है।कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि फल-सब्जी वाले मोहल्लों में जाकर सामान बेच सकेंगे। घरों से बाहर निकलने वालों की संख्या को कम से कम रखने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं पूर्व मंत्री और राजपुर विधायक खजान दास ने साफ तौर पर कहा कि वर्तमान के हालात भयावह होते जा रहे हैं ऐसे में सरकार को जरूरी कदम लेना चाहिए उनके अनुसार हमारी सरकार हर संभव जरूरतमंद की मदद करने के लिए तैयार है