भारत बंद में किसान आंदोलन का किस राज्य में क्या असर, जानें यहां
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बंद का समर्थन किया है. पश्चिम यूपी में बंद का ज्यादा असर दिख सकता है. यहां भारतीय किसान यूनियन का ज्यादा प्रभाव है. यूनियन सरकार के कानून का विरोध कर रहा है.
दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज ‘भारत बंद’ आह्वान किया है. आज किसानों के साथ राजनीतिक दलों द्वारा देशभर में सड़कों पर चक्का जाम किया जा रहा है. मालूम हो कि पिछले एक हफ्ते से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमा पर किसान डटे हैं. इस आंदोलन भी राजनीति भी जमकर हो रही है. किसानों के भारत बंद को देश के तमाम विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है. चलिए जानते हैं कि किस राज्य में कितना असर हुआ है.
उत्तर प्रदेश
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बंद का समर्थन किया है. पश्चिम यूपी में बंद का ज्यादा असर दिख सकता है. यहां भारतीय किसान यूनियन का ज्यादा प्रभाव है. यूनियन सरकार के कानून का विरोध कर रहा है. बस और रेल यात्रियों को हो सकती है परेशानी भारत बंद के चलते यूपी में शाम तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा. यातायात सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. बस और रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी हो सकती है. आवश्यक चीजों जैसे दूध, फल और सब्जी पर रोक रहेगी. नोएडा में धारा 144 लागू गौतमबुद्ध नगर जिले में छह दिसंबर 2020 से दो जनवरी 2021 तक धारा 144 लागू की गई है.
हरियाणा
किसान आंदोलन का एक और प्रमुख केंद्र हरियाणा है. राज्य सरकार की सहयोगी जननायक जनता पार्टी के 5 विधायकों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है.
दिल्ली
किसानों के आंदोलन का मुख्य केंद्र बने दिल्ली में इसका सबसे ज्यादा असर पड़ने की संभावना है. सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने किसानों के आंदोलन को समर्थन का ऐलान कर रखा है. राजधानी दिल्ली में परिवहन सेवाओं पर असर पड़ने की संभवाना है क्योंकि कुछ टैक्सी यूनियन ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.
हिमाचल प्रदेश
राज्य में विपक्षी कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है. कांग्रेस ने बंद के समर्थन में पूरे भारत में रास्ता रोको आंदोलन करने का ऐलान किया है. लेफ्ट समर्थित यूनियनों ने भी बंद का समर्थन किया है.
उत्तराखंड
बीजेपी शासित उत्तराखंड में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बंद का समर्थन किया है. उधम सिंह नगर, हरिद्वार में बंद का व्यापक असर पड़ सकता है. यहां पर बड़ी संख्या में सिख आबादी खेती के काम से जुड़ी है.
बिहार
बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है. आरजेडी ने राज्य के सभी हिस्सों में प्रदर्शन का ऐलान किया है. माना जा रहा है कि राज्य के कई हिस्सों में इसका बड़ा असर पड़ सकता है.
राजस्थान
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने किसानों के बंद का समर्थन किया है. राज्य के बड़े हाइवे पर बंद का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है. हाइवे पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है.
महाराष्ट्र
राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने किसानों के बंद का समर्थन किया है. मुंबई, पुणे जैसे बड़े शहरों में कार्यालय बंद रह सकते हैं. राज्य के मराठवाड़ा और विदर्भ के ग्राणीण इलाकों में भी बंद का असर पड़ने की संभावना.
जम्मू-कश्मीर
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस, पीडीपी और नैशनल कान्फ्रेंस ने बंद का समर्थन किया है. जम्मू शहर और कश्मीर घाटी में भारत बंद का असर पड़ सकता है.
असम
बीजेपी शासित असम में विपक्षी कांग्रेस, AUDF ने भारत बंद का समर्थन का ऐलान किया है. ऑल असम स्टूडेंट यूनियन और किसानों की यूनियन ने बंद का समर्थन किया है.
त्रिपुरा
विपक्षी लेफ्ट पार्टियां और कांग्रेस ने बंद का समर्थन किया है. हालांकि राज्य में भारत बंद का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि राज्य सरकार के निषेधाज्ञा आदेश जारी कर दिया है.
पश्चिम बंगाल
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के साथ-साथ लेफ्ट पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है. राज्य में सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ेगा. राज्य की सभी ट्रेड यूनियन बंद के समर्थन में है.
झारखंड
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने भारत बंद का समर्थन किया है. राज्य में ट्रेड यूनियंस ने पूरे राज्य में बंद की घोषणा की है.
ओडिशा
विपक्षी कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है. हालांकि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने बंद का समर्थन नहीं किया है. माना जा रहा है कि राज्य में बंद का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. कुछ जगहों पर किसानों का सांकेतिक प्रदर्शन हो सकता है.
छत्तीसगढ़
राज्य में कांग्रेस की सरकार है और उसने भारत बंद का समर्थन किया है. राज्य के बड़े बाजर और सड़कों पर रास्ता रोको आंदोलन.
तमिलनाडु
राज्य में विपक्षी डीएमके, कांग्रेस, लेफ्ट और कमल हासन की मक्कल निधि मैयम ने भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान किया है. राज्य के कुछ हिस्सों में बंद का असर पड़ सकता है. डीएमके के प्रभाव वाले इलाके में ज्यादा असर की उम्मीद.
केरल
सत्तारूढ़ लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है. हालांकि राज्य में स्थानीय निकायों के पहले चरण की वोटिंग आज हो रही है तो केरल के भारत बंद में शामिल होने की उम्मीद नहीं.
तेलंगाना
सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM के साथ-साथ कांग्रेस ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.
आंध्र प्रदेश
विपक्षी टीडीपी ने बंद के समर्थन का ऐलान किया है. हालांकि सत्तारूढ़ वाईएसआर ने बंद का समर्थन नहीं करने का फैसला किया है. राज्य में इस बंद का ज्यादा असर पड़ने की संभावना नहीं है