उत्तराखंड में इमरजेंसी 108 सेवा की बड़ी रफ़्तार, 132 नई एंबुलेंस को सीएम ने दिखाई हरी झंडी
देहरादून: प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को आज एक बडा तोहफा मिला है। उत्तराखंड में लाइफलाइन माने जाने वाली इमरजेंसी 108 एंबुलेंस सेवा के बेड़े में आज 132 नई एंबुलेंस शामिल कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज गांधी शताब्दी अस्पताल में इन एंबुलवेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें से 96 एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस हैं।
मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में आपातकालीन चिकित्सा सेवा 108 के बेड़े में 132 नई एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर शामिल किया। इस दौरान गांधी शताब्दी अस्पताल में 10 बेड की ICU यूनिट का भी उन्होंने लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी कोरोना वॉरियर्स को प्रमाणपत्र और 11-11 हजार रूपए की धनराशि सम्मान स्वरूप देने की घोषणा की।
इसल अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार सुदृढ़ बनाने को कृत संकल्प है। इसी सिलसिले में आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा 108 को प्रभावी बनाया जा रहा है।
इसल अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार सुदृढ़ बनाने को कृत संकल्प है। इसी सिलसिले में आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा 108 को प्रभावी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस आपातकालीन सेवा में 132 नई एम्बुलेंस के सम्मिलित होने से मरीजों को स्वास्थ्य सेवा का त्वरित लाभ मिल सकेगा।
खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में यह सेवा मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित होंगी। उन्होंने कहा कि पर्वतीय इलाकों में एम्बुलेंस से मरीज को लाने में दिक्कतें होती थीं, इसे ध्यान में रखते हुए जो नई 132 एम्बुलेंस लाई गई हैं उनमें से 96 एडवांस व 36 बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम से युक्त हैं। पिछले चार साल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कुल 271 एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में राज्य की चिकित्सा सेवा में जबरदस्त सुधार किया गया है। 10 माह पूर्व जहां राज्य में कुल 216 ICU बेड व 116 वेन्टीलेटर्स थे जो अब बढ़कर 863 ICU बेड व 695 वेन्टीलेटर्स हो गए हैँ। सीएम ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना से अभी तक लगभग 02 लाख 32 हजार लोग लाभान्वित हो चुके हैं। जल्द ही तीन मेडिकल कॉलेज रूद्रपुर, हरिद्वार एवं पिथौरागढ़ तैयार हो जायेंगे।