किसान नेता और अमित शाह की आज शाम को होगी मुलाकात, टिकैत ने कही ये बड़ी बात
कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को किसानों ने ‘भारत बंद’ बुलाया है. देश में भारत बंद का असर मिलाजुला दिखा है. इस दौरान किसानों के समर्थन में कई राजनीतिक दल भी उतरे.
कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को किसानों ने ‘भारत बंद’ बुलाया है. देश में भारत बंद का असर मिलाजुला दिखा है. इस दौरान किसानों के समर्थन में कई राजनीतिक दल भी उतरे. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि आज शाम 7 बजे 13-14 प्रतिनिधि अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करेंगे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर खुलवा दिया है. टिकैत ने मीडिया से कहा कि अब लग रहा है कि बस एक कदम दूर हैं. अब समापन होना चाहिए.
केंद्र के नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के आह्वान पर बुलाए गए ‘भारत बंद’ के समर्थन में मंगलवार को देश के कई हिस्सों में दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे और परिवहन पर असर पड़ा. प्रदर्शनकारी सड़क पर उतरे और ट्रेन समेत यातायात को बाधित किया. बंद से आपात सेवाओं और बैंकों को दूर रखा गया है. अखिल भारतीय बंद को अधिकतर विपक्षी दलों और कई ट्रेड यूनियनों का समर्थन मिला है.
पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों और किसानों के प्रदर्शन का केंद्र बनी दिल्ली में बंद का असर दिखा. बंद को देखते हुए देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कई जगहों पर प्रदर्शन का असर दिखा. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान पिछले 11 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रेनें रोकीं. किसान संगठनों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ का मंगलवार को राजस्थान के अनेक इलाकों में शुरुआती असर मिला जुला रहा.
प्रदेश की राजधानी जयपुर में ‘मंडियां’ बंद थीं, लेकिन दुकान खुली थीं. प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें हैं. देश के अधिकतर हिस्सों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतर मुख्य बाजार खुले रहे लेकिन ऐप आधारित कैब सेवाएं सड़कों पर नहीं दिखी. हालांकि, सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली पुलिस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद करने का आरोप लगाए जाने के बाद तनाव पैदा हो गया था.
आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया, ‘‘ गृह मंत्रालय के निर्देश पर, दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को सिंघू बॉर्डर पर किसानों से मिलने के बाद से ही नजरबंद कर दिया है. किसी को भी उनके आवास पर जाने या वहां से किसी को बाहर आने की अनुमति नहीं है. हमारे विधायकों की पिटाई की गई. वहां कई अवरोधक लगाए गए हैं और घरेलू सहायिका को भी घर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा.’’ हालांकि, दिल्ली पुलिस ने पार्टी के दावों को खारिज किया है