एक देश एक चुनाव के बिल पर सुझाव लेने उत्तराखंड पहुंची संयुक्त संसदीय समिति, दो दिन हितधारकों से होगी चर्चा…….
देहरादून: जेपीसी की पहली बैठक राज्यपाल लेफ्टिनेंट जरनल गुरमीत सिंह (सेनि) से राजभवन में होगी। इसके बाद समिति विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़़ी भूषण से मिलेगी और दोपहर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चर्चा करेगी।
एक देश एक चुनाव विधेयक में संशोधन को लेकर गठित संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष पीपी चौधरी व समिति के कई सदस्य उत्तराखंड पहुंच गए हैं। देहरादून एयरपोर्ट पर आगमन के दौरान उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। संयुक्त संसदीय समिति अगले दो दिन राज्यपाल, सीएम, स्पीकर, सियासी दलों, प्रबुद्ध जनों व अन्य हितधारकों से चर्चा करेगी और उनके सुझाव लेगी। गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी भी समिति के सदस्य हैं।
बुधवार को जेपीसी की पहली बैठक राज्यपाल लेफ्टिनेंट जरनल गुरमीत सिंह (सेनि) से राजभवन में होगी। इसके बाद समिति विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़़ी भूषण से मिलेगी और दोपहर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चर्चा करेगी। एनटीपीसी, यूजेवीएनएल समेत सार्वजनिक उपक्रमों के निदेशकों से भी समिति मिलेगी
अपराह्न तीन बजे से समिति की राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी। इस बैठक में भाजपा, कांग्रेस व अन्य दलों के प्रतिनिधि एक देश एक चुनाव पर अपनी राय साझा करेंगे। शाम को समिति के सदस्य मसूरी डायवर्जन स्थित एक होटल में सांस्कृतिक संध्या में शामिल होंगे।
बृहस्पतिवार को समिति मुख्य सचिव और सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक, सचिव वित्त, न्याय, शिक्षा के साथ ही बैठक करेगी। इसके बाद अपराह्न दो बजे से तीन बजे तक आईआईटी रुड़की, बार कौंसिल, बार एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से चर्चा करेगी। तीन बजे से चार बजे के बीच समिति राज्य के प्रबुद्धजनों, संभ्रांत लोगों से मिलेगी और उनका पक्ष जानेगी।
भाजपा ने प्रतिनिधि तय किए
भाजपा की ओर से अनिल गोयल, रमेश गढि़या, आदित्य चौहान और राजेश कुमार संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष पार्टी का पक्ष रखेंगे। पार्टी ने इन चार नेताओं को यह जिम्मा सौंपा है। कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा व अन्य नेता बैठक में शामिल होंगे। इनके अलावा अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।