उत्तराखंड में यहाँ घी की फैक्टरी में केंद्रीय खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मारा छापा, पांच घंटे तक की जांच पड़ताल…….
रुड़की: तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू वाल प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाने की सूचना पर हरिद्वार के खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने भगवानपुर क्षेत्र के ग्राम छापपुर शेर अफगानपुर के निकट घी बनाने वाली फैक्टरी में छापा मारा था।
हरिद्वार जिले की खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम की कार्रवाई के 24 घंटे के भीतर ही सोमवार को केंद्रीय खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड फैक्टरी में जांच करने पहुंच गई। फैक्टरी पहले से ही बंद थी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय टीम ने पांच घंटे तक मशीनों में लगे घी के सैंपल लिए और अन्य जांच-पड़ताल की। इसके बाद टीम बिना कोई जानकारी दिए लौट गई।
जानकारी के अनुसार इस दौरान कई लोगों को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया। इससे पहले रविवार को हरिद्वार के खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने इस फैक्टरी में छापा मारा था। टीम को फैक्टरी में उत्पादन बंद मिला था। टीम के अधिकारियों ने फैक्टरी प्रबंधन को कागजात दिखाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद सोमवार सुबह लगभग 10:30 बजे केंद्रीय खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम फैक्टरी पहुंच गई। इन दोनों कार्रवाई को तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद के लड्डू में इस्तेमाल होने वाले घी के मामले से जोड़ते हुए देखा जा रहा है।
संबंधित फैक्टरी को घी बनाने का लाइसेंस केंद्र से जारी हुआ था। मामला संज्ञान में आने के बाद खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की टीम को मौके पर जांच के लिए भेजा गया था। फैक्टरी में उत्पादन बंद मिला था। अब केंद्र की टीम अपने स्तर से इस मामले में कार्रवाई कर रही है।
– आर राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य एवं आयुक्त एफडीए
कुछ दिन पहले ही तिरुपति बालाजी मंदिर को भेजा गया था घी
– टीम ने फैक्टरी से जुड़े कई लोगों को पूछताछ के लिए भी बुलाया
केंद्रीय केंद्रीय खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम पांच घंटे तक फैक्टरी में रही और जांच-पड़ताल की। सूत्रों का कहना है कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी मिलने की रिपोर्ट सामने आने के कुछ दिन पूर्व ही फैक्टरी से घी की आपूर्ति की गई थी। स्थानीय जांच टीम की रिपोर्ट को संदिग्ध मानते हुए केंद्रीय टीम अब खुद इस मामले में जांच कर रही है।
कंपनी के कागजात समेत फैक्टरी में तैयार हुए घी के भी नमूने लिए जा रहे हैं। कितने दिन पूर्व फैक्टरी में घी बना है, इसकी जांच सबसे अहम मानी जा रही है। क्योंकि फैक्टरी स्वामी का कहना है कि बीते एक महीने से कंपनी में घी बना ही नहीं है। जबकि जांच में सामने आ रहा है कि करीब 20 से 25 दिन पूर्व ही यहां से घी की आपूर्ति हुई थी।
स्थानीय टीम को नहीं किया शामिल
केंद्रीय खाद्य सुरक्षा की टीम ने भगवानपुर पहुंचकर जिस तरह से छापा मारा, इससे लग रहा था कि स्थानीय टीम की जांच रिपोर्ट संदिग्ध मानी जा रही है। क्योंकि स्थानीय खाद्य सुरक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी इसमें शामिल नहीं था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी से जब बात की गई, तो उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम के आने की उन्हें सूचना है, लेकिन वह हरिद्वार में हैं।
केंद्रीय खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने फैक्टरी में छापा मारा है। टीम ने जांच के बारे में कुछ खास नहीं बताया है। केंद्रीय टीम अपने हिसाब से जांच करती है। : योगेंद्र भंडारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी