उत्तराखंड में पुलिसकर्मी ने VIP गेट पर यात्री को दिया धक्का, तीर्थयात्रियों और पुरोहितों ने किया प्रदर्शन……
देहरादून: पुलिसकर्मी ने VIP गेट पर यात्री को दिया धक्का, तीर्थयात्रियों और पुरोहितों ने किया प्रदर्शनबाबा केदार को भोग लगाने के बाद एक बजे जैसे ही मंदिर में शृंगार दर्शन शुरू हुए इसी बीच एक यात्री वीआईपी गेट से अंदर जाने का प्रयास करने लगा। इस दौरान गेट पर तैनात पुलिस कर्मी ने यात्री को रोक दिया।तीर्थपुरोहित और यात्रियों ने केदारनाथ मंदिर परिसर में वीआईपी गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों पर यात्री को धक्का मारने का आरोप लगाया है।
मामले से गुस्साए तीर्थपुरोहितों और यात्रियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की उच्च स्तरीय जांच करने और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बात करने का आश्वासन दिया। जिस पर मामला शांत हुआ।
इधर, पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही पुलिस कर्मी को वीआईपी गेट से हटाकर दूसरी जगह तैनात कर दिया है।सोमवार दोपहर को बाबा केदार को भोग लगाने के बाद एक बजे जैसे ही मंदिर में शृंगार दर्शन शुरू हुए इसी बीच एक यात्री वीआईपी गेट से अंदर जाने का प्रयास करने लगा।
इस दौरान गेट पर तैनात पुलिस कर्मी ने यात्री को रोक दिया। बताया जा रहा है कि वीआईपी गेट पर ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मी ने यात्री को धक्का देते हुए अभद्रता की। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस हो गई।इस दौरान मंदिर परिसर में मौजूद अन्य यात्री और तीर्थपुरोहित यात्री के पक्ष में एकत्रित होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धाम में करीब एक घंटे तक नारेबाजी हुई। तीर्थपुरोहितों का कहना था कि पुलिस का यात्रियों से दुर्व्यवहार उचित नहीं है। इसे किसी भी सूरत में बदर्शत नहीं किया जाएगा।
इधर, केदारनाथ में तैनात यात्रा पुलिस उपाधीक्षक अविनाश वर्मा ने कहा कि मंदिर के निकासी द्वार पर श्रद्धालुओं का समूह दर्शन के लिए आया हुआ था। इस दौरान तीर्थयात्रियों ने वीआईपी गेट से दर्शन करने की जिद की, जब पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका तो वे उग्र होकर पुलिस से दुर्व्यवहार करने लगे।
पुलिस द्वारा उन्हें समझा कर वहां से हटाया। उन्होंने यात्रियों पर पुलिस कर्मियों के साथ धक्कामुक्की, अभद्रता और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। वहीं पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। बताया कि वीआईपी गेट पर तैनात पुलिस कर्मी को अन्यत्र तैनात कर दिया है।
केदार सभा ने दी आंदोलन की चेतावनी
केदार सभा ने भी सोमवार को यात्रियों और पुलिस के बीच हुए घटनाक्रम की केदार सभा ने कड़े शब्दों में निंदा की है। कहा कि पुलिस धाम में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात की गई है, लेकिन कई बार पुलिस के जवान यात्रियों से अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। कपाट खुलने के दिन भी इस तरह की स्थितियां देखने को मिली थी। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला, आचार्य संतोष त्रिवेदी, अंकित सेमवाल ने पुलिस अधीक्षक से केदारनाथ में तैनात पुलिस उपाधीक्षक को हटाने की मांग की है। साथ ही ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।