उत्तराखंड में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर 2 खंड तैयार, सफर के लिए बस उद्घाटन का इंतजार……
देहरादून: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो खंडों का उद्घाटन जल्द होगा। दावा किया जा रहा है कि एनएचएआई ने रविवार को उद्घाटन की पूरी तैयारी कर ली थी।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो खंडों का उद्घाटन जल्द होगा। दावा किया जा रहा है कि एनएचएआई ने रविवार को उद्घाटन की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन शनिवार की रात यह टल गया। उद्घाटन की नई तारीख जल्द तय होगी।
उम्मीद है इस सप्ताह एक्सप्रेसवे के दोनों खंड वाहनों के लिए खोल दिए जाएं। एक्सप्रेसवे के दोनों खंड 32 किलोमीटर लंबे हैं। दिल्ली में 17 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है। शेष 15 किलोमीटर का हिस्सा गाजियाबाद और बागपत सीमा में आता है।
एक्सप्रेसवे का काम दो खंड में बांटकर पूरा किया गया है। बागपत के पास मवीकला गांव में एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है। दावा किया जा रहा है कि शनिवार को एनएचएआई ने उद्घाटन की तैयारी पूरी कर ली थी। एक्सप्रेसवे के दोनों खंड का रविवार को उद्घाटन होना था। पुलिस और एनएचएआई अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई थी।
शनिवार देर रात एनएचएआई अधिकारियों को उद्घाटन कार्यक्रम किसी वजह से टालने की सूचना दी गई। उद्घाटन की तारीख नए सिरे से तय होगी। बता दें कि एनएचएआई के चेयरमैन संतोष यादव ने एक्सप्रेसवे का पिछले दिनों निरीक्षण कर उद्घाटन की तैयारियों का जायजा लिया था।
ईस्टर्न पेरिफेरल से जोड़ा गया
एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से लक्ष्मीनगर, गीता कॉलोनी, लोहे का पुल, शास्त्री पार्क, न्यू उस्मानपुर, करतार नगर, खजूरी खास चौक, बिहारीपुर, अंकुर विहार, शारदा सिटी, पावी पुश्ता, मंडोला एनबीसीसी टाउनशिप से बापगत तक है। यहां तक यह तैयार हो चुका है। इस एक्सप्रेसवे को बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल से जोड़ा गया है। ईस्टर्न पेरिफेरल पहले से मेरठ एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री से उद्घाटन कराने की तैयारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून एक्सप्रेसवे के दोनों खंड का उद्घाटन कर सकते हैं। लोगों को उम्मीद है कि दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हो सकता है।
धीरज सिंह, एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने कहा ”दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो खंड उद्घाटन के लिए तैयार है। एक्सप्रेसवे की सभी जांच पूरी हो गई है। एक्सप्रेसवे खुलने पर बड़ी संख्या में वाहन चालकों को लाभ मिलेगा।”