उत्तराखंड में टनकपुर-तवाघाट हाईवे पर दरकी चट्टान, आदि कैलास यात्रियों सहित 400 लोग फंसे; चीन सीमा का संपर्क भंग…….

देहरादून: पिथौरागढ़ में तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर एलागाड के पास चट्टानें खिसकने से सड़क बंद हो गई है। आदि कैलास यात्रा पर जा रहे यात्री सहित कई लोग रात से फंसे हुए हैं। भारी मलबा गिरने से मार्ग खुलने की संभावना कम है। आदि कैलास जाने वाले यात्री धारचूला में इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन फंसे हुए यात्रियों को धारचूला लाने के लिए वाहनों का इंतजाम कर रहा है।

धारचूला तहसील क्षेत्र में सोमवार रात हुई भारी वर्षा से टनकपुर-तवाघाट हाईवे पर एलागाड़ के पास पहाड़ दरकने से विशाल चट्टानें टूटकर मार्ग पर आ गिरी। एक बोल्डर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की बार्डर आउट पोस्ट(बीओपी) पर गिरने से एक जवान घायल हो गया। मार्ग बंद होने से चीन सीमा का संपर्क भंग हो गया। आदि कैलास, ओम पर्वत दर्शन और पंचाचूली ग्लेशियर ट्रेकिंग पर गए श्रद्धालुओं व पर्यटकों समेत करीब 400 लोग फंसे हैं।

धारचूला तहसील क्षेत्र में सोमवार शाम से ही तेज गरज के साथ वर्षा का असर बड़े भूस्खलन के रूप में सामने आया। रात करीब 10 बजे बाद धारचूला और तवाघाट के मध्य एलागाड़ के पास चट्टानें खिसकने से गिरे भारी बोल्डरों ने सड़क अवरुद्ध कर दी।

एसएसबी चेक पोस्ट के निकट हुई इस घटना के दौरान गिरे बोल्डरों ने चौकी भी ध्वस्त कर दी। उस समय चौकी में तैनात तीन जवानों में से एक महाजन मोहन रविंद्र के पैर में चोट लग गई। जिन्हें धारचूला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसबी के डीआइजी सुधांशु नौटियाल भी घायल जवान का हाल जानने पहुंचे।

दूसरी ओर घटना रात में होने से से उस समय वाहनों का संचालन मार्ग से नहीं हो रहा था, इसलिए बड़ा हादसा टल गया। मार्ग बंद होने से एलागाड़ से लेकर चीन सीमा लिपुलेख, सीपू तक का क्षेत्र अलग-थलग पड़ गया। लगभग तीस हजार से अधिक आबादी और पांच दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क भंग है।

वहीं आदि कैलास, पंचाचूली ग्लेशियर ट्रेकिंग से लौटने वाले और स्थानीय समेत करीब 400 लोग मय वाहन फंस गए। बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) की ओर से सुबह से ही भारी मशीनें लगाकर मार्ग खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया जो शाम तक जारी रहा।

मौके पर पहुंचे एसडीएम मंजीत सिंह ने बीआरओ को जल्द मार्ग खोलने के निर्देश दिए। कोतवाली धारचूला से प्रभारी निरीक्षक विजेंद्र साह पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और एसएसबी जवानों के सहयोग से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में फंसे पर्यटकों सुरक्षित स्थान पर रेस्क्यू किया।

पुलिस ने फंसे यात्रियों से मार्ग खुलने तक सुरक्षित स्थानों पर बने रहने को कहा गया है। राजस्व विभाग भी पर्यटकों के संपर्क में है। मंगलवार देर शाम तक बोल्डर न खुलने की स्थिति में बुधवार पूर्वान्ह तक भी इंतजार करना पड़ सकता है।

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