उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा 2024: रोडवेज बसों में सफर करना महंगा, जानिए किराये में कितनी रुपयों की बढ़ोतरी…….
हरिद्वार: श्रावण मास में कावड़ यात्रा शुरू होने के बाद से जिला प्रशासन की ओर से भारी वाहनों का रूट डायवर्ट करने से रोडवेज बसों में सफर करना महंगा हो गया है। सफर में समय भी ज्यादा लग रहा है।
ट्रैफिक डायवर्ट होने की वजह से रोडवेज बसों का किराया भी बढ़ गया है। श्रावण मास में कावड़ यात्रा शुरू होने के बाद से जिला प्रशासन की ओर से भारी वाहनों का रूट डायवर्ट करने से रोडवेज बसों में सफर करना महंगा हो गया है। बसों को निर्धारित रूट से करीब 60 किमी अधिक दूरी तय करने पर यात्रियों से 80 रुपये किराया बढ़ाकर लिया जाएगा।
यूपी के जाने और आने वाली बसों को रामपुर, धामपुर, बिजनौर आदि रूट से डायवर्ट किया जा रहा है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक केएस राणा ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर रूट डायवर्ट के चलते बसों को ज्यादा किमी तय करने पड़ रहे हैं। इसके चलते मुख्यालय से बसों का किराया भी बढ़ा दिया गया है।
बसों के 60 किमी से अधिक चलने पर यात्रियों से 80 रुपये अतिरिक्त किराया लिया जाएगा। बताया कि रूट डायवर्ट होने के चलते बसें तय समय से 2 से 3 घंटे तक की देरी से पहुंच रही हैं। एआरएम ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही मियाद पूरी कर चुकी निगम की 10 बसों की नीलामी के बाद रुद्रपुर डिपो में 32 बसें ही रह गई हैं।
यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए अनुबंधित बसों का अधिक संचालन करने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर बसों के फेरे भी बढ़ाए जा रहे हैं। सावन माह तक हर शनिवार से सोमवार तक बसों को डायवर्ट रूट से जाना पड़ेगा।
दिल्ली, हरिद्वार और पंजाब के लिए रूट डायवर्ट कावड़ियों के मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही को लेकर रूट डायवर्ट किया गया है, जिससे कि कावड़ियों को यात्रा मार्ग में किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। रुद्रपुर डिपो की दिल्ली, हरिद्वार और पंजाब के लिए बसों को डायवर्ट रूट से भेजा जा रहा है।
बसें ऋषिकुल मैदान में खड़ी होंगी
वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत देहरादून, ऋषिकेश की ओर से आने वाली बसों को मोतीचूर बस स्टैंड पर रोका जा रहा है। बिजनौर, नजीबाबाद से आने वाली बसों को चंडीघाट गौरीशंकर बस स्टैंड पर रोका जाएगा। वहीं, दिल्ली, मुज्जफरनगर और सहारनपुर आदि से आने वाली बसों को ऋषिकुल मैदान में खड़ा किया गया है। इसके बाद दिल्ली जाने वाले वाहन बिजनौर होकर जाएंगे।