उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा 2024 में पार्किंग की नहीं होगी टेंशन, हरिद्वार में 50 हजार गाड़ियों 13 जगहों पर हो सकेंगी पार्क……
हरिद्वार: कांवड़ मेले की शुरुआत से पहले ही हरिद्वार को 14 सुपर जोन, 36 जोन के साथ ही 130 सेक्टर बनाए गए हैं। इसके अलावा 13 पार्किंग बनाई गई हैं। इनकी क्षमता 50 हजार रहेगी। ऐसे में काफी राहत मिलेगी।
यूपी, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से अगर आप कावंड़ यात्रा 2024 में आने का प्रोग्राम बना रहे हैं तो आपको पार्किंग के लिए बिल्कुल भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। हरिद्वार में हरकी पैड़ी से गंगाजल भरने के बाद आपको पार्किंग के लिए बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हरिद्वार में 50 हजार गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है।
कांवड़ मेले की शुरुआत से पहले ही हरिद्वार को 14 सुपर जोन, 36 जोन के साथ ही 130 सेक्टर बनाए गए हैं। इसके अलावा 13 पार्किंग बनाई गई हैं। इनकी क्षमता 50 हजार रहेगी। मेला क्षेत्र में 334 सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। मेले के लिए 14 सुपर जोन, 36 जोन के साथ ही 130 सेक्टर बनाए गए हैं।
22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है। इसमें छह करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है। दो अगस्त को जलाभिषेक के साथ मेला संपन्न होगा। डाक कांवड़ियों के लिए इस बार 50 हजार वाहन खड़े करने की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा विशेष परिस्थितियों में दक्ष मंदिर, गुरुकुल कांगड़ी मैदान के अलावा धीरवाली मैदान में अतिरिक्त पार्किंग की व्यवस्था की गई है। 23 से 27 तक कम होगी भीड़ कांवड़ यात्रा शुरू होने के अगले ही दिन 23 जुलाई को पंचक लग जाएंगे, जो 27 जुलाई को समाप्त होंगे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 27 के बाद अधिक भीड़ उमड़ेगी।
यहां है पार्किंग की व्यवस्था
मोतीचूर पार्किंग 15000 भारी वाहन
सर्वानंद घाट 200 हल्के और 1000 दोपहिया वाहन
पंतद्वीप पार्किंग 3500 हल्के वहान
धोबीघाट पार्किंग 150 हल्के वाहन
रोडीबेल वाला पार्किंग 800 दोपहिया वाहन
अलकनंदा पार्किंग 800 दुपहिया वाहन
ऋषिकुल मैदान 500 भारी वाहन
हरिराम इंटर कॉलेज 100 भारी वाहन
बैरागी कैंप 15000 भारी वाहन
गौरी शंकर 3000 भारी वाहन
नीलधारा पार्किंग 3000 भारी वाहन
चमगादड़ टापू 1000 हल्के और दोपहिया वाहन
लालजीवाला पार्किंग 1500 भारी वाहन
कांवड़ यात्रा के लिए 50 हजार वाहनों की क्षमताओं की व्यवस्था की गई है। रिजर्व पार्किंग भी निर्धारित की गई हैं। पांच स्थाई और आठ अस्थाई पार्किंग मेले में बनाई गई हैं। पंकज गैरोला, एसपी ट्रैफिक।