उत्तराखंड में इस बार 60 प्रतिशत ही होंगे ऑनलाइन पंजीकरण, हरिद्वार-ऋषिकेश में मिलेगी ऑफलाइन की सुविधा…….
देहरादून: यात्रा में आने के लिए तीर्थयात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य है। पिछले साल बिना पंजीकरण के आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
चारधाम यात्रा के लिए इस बार 60 प्रतिशत पंजीकरण ही ऑनलाइन होंगे, जबकि 40 प्रतिशत पंजीकरण ऑफलाइन किए जाएंगे। इस व्यवस्था से बिना पंजीकरण आने वाले तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। हरिद्वार, ऋषिकेश के साथ यात्रा मार्गों पर पंजीकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। यात्रा के शुरुआती 15 दिन तक पंजीकरण केंद्र 24 घंटे खुले रहेंगे।
यात्रा में आने के लिए तीर्थयात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य है। पिछले साल बिना पंजीकरण के आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। हरिद्वार व ऋषिकेश में पंजीकरण कराने के लिए मारामारी रही।
वहीं, तीर्थ-पुरोहितों की मांग थी कि यात्रा में ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाए। इसे देखते हुए इस बार 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन और 40 प्रतिशत ऑफलाइन करने का निर्णय लिया गया है।
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए हरिद्वार में 12, ऋषिकेश में 20, विकासनगर में 15, बड़कोट में दो, उत्तरकाशी में दो, हिना में दो, गुप्तकाशी में दो, श्रीनगर में दो, पांडुकेश्वर में दो और सोनप्रयाग में एक पंजीकरण केंद्र खोला जाएगा।