उत्तराखंड में आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के बाद हो गया बड़ा बदलाव, अब इन्हें नहीं मिलेगा इलाज……
देहरादून: राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत कई राज्यों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। फर्जी तरीके से अन्य लोगों को अपने परिवार में जोड़कर योजना का गलत लाभ लिया।
फ्री इलाज को लेकर बड़ा बदलाव होने वाला है। आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के बाद सरकार सख्ती करने वाली है। नेशनल हेल्थ एजेंसी ने आयुष्मान योजना के नियमों में बदलाव किया है। अब योजना के तहत इलाज केवल उन्हीं लोगों को मिल पाएगा, जिनका नाम राशन कार्ड में दर्ज होगा। राशन कार्ड में नाम नहीं होने पर परिवार के सदस्यों को निशुल्क इलाज नहीं मिलेगा।
क्या थी व्यवस्था।
दरअसल अभी तक किसी परिवार के मुखिया का नाम राशन कार्ड में होने पर परिजनों को एड फैमिली के विकल्प के तहत योजना से जोड़ दिया जाता था। अब योजना में बदलाव के बाद केवल वही सदस्य इसके तहत लाभ ले पाएंगे, जिनका नाम राशन कार्ड में दर्ज होगा। राशन कार्ड में नाम नहीं होने पर पिता या अन्य अभिभावक के जरिए परिवार के किसी और सदस्य को योजना में शामिल नहीं किया जा सकेगा।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत कई राज्यों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसमें लोगों ने फर्जी तरीके से अन्य लोगों को अपने परिवार में जोड़कर योजना का गलत लाभ ले लिया। ऐसे मामले सामने आने के बाद नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एड फैमिली के विकल्प को बंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि राज्य में भी योजना के तहत केवल अब उन्हीं लोगों को इलाज दिया जा रहा है जिनके नाम राशन कार्ड में हैं और उनके आयुष्मान कार्ड बने हुए हैं। अगला
राशन कार्ड के विकल्प पर निर्णय जल्द
उधर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं उनकी पात्रता के लिए नए दस्तावेज चिह्नित किए जा रहे हैं। इस संदर्भ में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से तैयार प्रस्ताव पर कैबिनेट में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा, सरकार प्रदेश के हर व्यक्ति को आयुष्मान के तहत कवर में शामिल करने पर काम कर रही है और उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां पर सभी लोगों को आयुष्मान का कवर दिया जा रहा है।