उत्तराखंड में अल्मोड़ा-हल्द्वानी नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक रहेगा बंद, 21 अक्तूबर तक जारी रहेगी पाबंदी और क्या वजह ?……
अल्मोड़ा: हाईवे पर रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक वाहनों का संचालन नहीं होगा। इस दौरान एनएच की ओर से 30 मीटर के दायरे में सड़क के चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा। क्वारब के पास चट्टान लगातार दरक रही है। इससे आधी
हाईवे पर लगातार गिर रहे मलबे से पुलिस-प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाया है। क्वराब के पास लगातार गिर रहे मलबे के कारण प्रशासन ने अल्मोड़ा-हल्द्वानी नेशनल हाईवे पर पर आगामी 21 अक्तूबर तक रात के समय आवाजाही पूर्णतया बंद कर दी है।
हाईवे पर रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक वाहनों का संचालन नहीं होगा। इस दौरान एनएच की ओर से 30 मीटर के दायरे में सड़क के चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा। क्वारब के पास चट्टान लगातार दरक रही है। इससे आधी सड़क मलबे से पट गई है।
जबकि सड़क का खाई की ओर वाला हिस्सा भी दरक गया है। 30 मीटर के दायरे में कई जगह सड़क की चौड़ाई महज तीन मीटर रह गई है। इससे रात के समय वाहनों की आवाजाही खतरनाक बनी हुई है।
खतरे को देखते हुए डीएम आलोक कुमार पांडेय ने मंगलवार को आदेश जारी किए कि 15 से 21 अक्तूबर तक एनएच पर रात आठ से सुबह छह बजे तक वाहनों की आवाजाही पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी। इस दौरान सड़क के चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा।
दूसरे रूट से जाएंगे वाहन
यात्रियों के लिए अल्मोड़ा-विश्वनाथ-शहरफाटक और खैरना-रानीखेत मार्ग से रूट डायवर्ट किया गया है। साथ ही साफ किया है कि आदेश की अवहेलना होने पर संबंधित चौकी या थाना प्रभारी जिम्मेदार होंगे।
एक दूसरे पर डालते रहे जिम्मेदारी एनएच बंद होने पर अधिकरियों से वार्ता की गई तो विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालते नजर आए। आपदा प्रबंधन ने पुलिस प्रशासन पर जिम्मेदारी डाल दी। पुलिस ने प्रशासन का मामला बोलकर पल्ला झाड़ लिया। अधिकारियों के बीच तालमेल नहीं होने से एक घंटे के कार्य को पूरा करने में 12 घंटे का समय लग गया। इससे लोगों में नाराजगी रही।
परिवहन विभाग की लेनी पड़ी मदद
जानकारी के मुताबिक घटना सूचना मिलने के बाद तड़के पौने तीन बजे जेसीबी मौके पर पहुंच गई थी। अंधेरा होने से ट्रक को हटाने का काम नहीं हो पाया। इसके बाद चालक मौके से फरार हो गया। सुबह तक पुलिस व प्रशासन चालक को ढूंढती रही। इस दौरान आरटीओ की मदद से वाहन स्वामी से संपर्क किया गया। वाहन स्वामी ने चालक से संपर्क साधा। तब जाकर चालक मौके पर पहुंचा।
केंद्रीय राज्य मंत्री के निर्देश हवा-हवाई
दो दिन पूर्व ही केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया था। उन्होंने निर्देश दिए थे कि रात के समय आवाजाही बंद की जाए। साथ ही मौके पर हाई पावर लाइट लगाई जाए। लेकिन इसका पालन नहीं हुआ। हालांकि बाद में रात के समय एनएच पर आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी कर दिए गए।
ट्रक से माल नहीं उतरवा पाया प्रशासन
खाई की ओर लटके ट्रक को निकालने के लिए जेसीबी और क्रेन से प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। ऐसे में सुझाव दिया गया कि ट्रक को खाली करना पड़ेगा। लेकिन चालक ने इनकार कर दिया। प्रशासन चालक से माल तक नहीं उतरवा पाया। इसमें काफी समय बर्बाद हुआ। तमाम प्रयासों के बाद माल उतरवाया गया। तब जाकर ट्रक को निकाला जा सका।
ट्रक के फंसने से 12 घंटे तब बंद रहा एनएच
अल्मोड़ा-हल्द्वानी एनएच पर क्वारब के पास मंगलवार तड़के खड़िया से लदा ट्रक फंस गया। सड़क के धंसने से ट्रक का पिछला पहिया खाई की ओर लटक गया। हाईवे पर 12 घंटे तक आवाजाही बाधित रही। सैकड़ों वाहन मार्ग में फंसे रहे। दोपहर बाद करीब दो बजे मार्ग छोटे वाहनों के लिए खोला गया, लेकिन बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी।