उत्तराखंड में अब चारधामयात्रा यात्रा पर वीवीआईपी के दर्शन के लिए बनाए जाएंगे तीन स्लाट, बुजुर्ग यात्रियाें के लिए गोल्फ कार की व्यवस्था……
देहरादून: केदारनाथ में इस बार वीवीआईपी को दर्शन करने के लिए इंतजार करना होगा। इसके लिए बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से वीवीआईपी के दर्शन के लिए दिनभर में तीन स्लाट बनाए जाएंगे। चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने नगर निगम सभागार में विभागीय अधिकारियों संग बैठक कर 30 अप्रैल से पहले तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा, इस बार में चारधाम यात्रा में सीएचसी और पीएचसी के डॉक्टरों की ड्यूटी नहीं लगेगी।
यात्रा के लिए अलग से डॉक्टरों की ड्यूटी लगानी होगी, चाहे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को कुमाऊं से डाॅक्टर बुलाने पड़े। कहा, चारधाम यात्रा में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्थिति बिगड़ जाती है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि इस बार चारधाम यात्रा के लिए डॉक्टरों की ड्यूटी का अलग से 15 मार्च तक रोस्टर बनाया जाए। उसकी सूची आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। डॉक्टरों की कमी को पूरी करने के लिए कुमाऊं से डॉक्टर मंगाए जाएं।
डीएम को उन्होंने निर्देश दिए कि यमुनोत्री और केदारनाथ मार्ग पर गरम पानी की व्यवस्था और 24 घंटे शौचालयों की सफाई करने के निर्देश दिए। बदरीनाथ और केदारनाथ में इस बार वीवीआईपी को दर्शन करने के लिए इंतजार करना होगा। इसके लिए बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से वीवीआईपी के दर्शन के लिए दिनभर में तीन स्लाट बनाए जाएंगे। दर्शन के लिए उन्हें मंदिर समिति के अतिथि गृह में इंतजार करना होगा।
हेली सेवा का उपयोग करने वाले बुजुर्ग यात्रियाें को इस बार स्थानीय प्रशासन की ओर से केदारनाथ में हेलीपैड से लेकर मंदिर तक गोल्फ कार और थार वाहन से मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। डीएम ने बताया वाहनों की खरीददारी की जा रही है। डीएम टिहरी मयूर दीक्षित ने कहा, चारधाम यात्रा के दौरान स्लाइडिंग जोन में लगातार बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग खंड की ओर से मुहैया कराए गए जेसीबी और पोकलेन मशीनों से मलबा साफ नहीं हो पाता।
ऐसे में हाईवे से बोल्डर साफ करने को प्रशासन को रेल विकास निगम और एलएंडटी कंपनी के अधिकारियों से बात कर उनसे मलबा साफ करने के लिए बड़ी मशीनें मांगनी पड़ती है। इसके लिए एनएच डिवीजन की ओर से मलबा साफ करने के बड़े वाहन उपलब्ध कराने चाहिए।
डीएम रुद्रप्रयाग डॉ. सौरभ गहरवार ने कहा, केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले वाहनों के लिए सीतापुर में 700 वाहनों की पार्किंग बढ़ाई जा रही है। सोनप्रयाग में शटल सेवा पार्किंग इंटरलॉक टाइल्स से बनेगी। शटल सेवा के लिए प्रति यात्री 50 रुपये तय हैं। स्थानीय लोगों के घोड़े गौरीकुंड तक जाएंगे। बाकी घोड़े पीछे रोके जाएंगे।
बीआरओ के अधिकारी विजय सैलीवन ने कहा, सीमा सड़क संगठन की ओर से धरासू बैंड और जोशीमठ में बोतलनेक पर काम किया जाएगा। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक शटल सेवा चलाने के लिए परिवहन विभाग को 18 पीआरडी जवान मिलेंगे। यह पीआरडी जवान तीन शिफ्टों में काम करेंगे। एक शिफ्ट में तीन जवान सोनप्रयाग और तीन गौरीकुंड की ओर तैनात रहेंगे। परिवहन विभाग अबकी सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच बाइकों का भी संचालन करेगा, जिससे जाम की स्थिति से बचा जा सकेगा।