आज 25 सितंबर 2025 दिन गुरुवार, क्या कहते है आपकी किस्मत के सितारे, जानिए अपना राशिफल…….
मेष
सुबह का समय तुला चंद्रमा से रिश्तों और साझेदारी में तनाव दे सकता है. जीवनसाथी से बहस और व्यापारिक साझेदारी में गलतफहमी हो सकती है। कानूनी मामले या अनुबंध को लेकर टकराव संभव है. दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा आपके अष्टम भाव में जाएगा, जिससे अचानक घटनाएं और खर्च बढ़ सकते हैं. किसी गुप्त शत्रु से सामना या विश्वासघात की संभावना है. स्वास्थ्य में पेट और प्रजनन अंगों से जुड़ी परेशानी संभव है।
फलदीपिका के अनुसार अष्टमे चन्द्रे व्ययः क्लेशः. यानी अष्टम भाव का चंद्रमा व्यय और क्लेश लाता है। उपाय: मां कूष्मांडा को गुड़ और नारंगी फूल चढ़ाएं, महामृत्युंजय मंत्र जपें।
वृषभ
वृषभ राशि के लिए सुबह तुला चंद्रमा स्वास्थ्य और कामकाज में दबाव बढ़ाएगा. ऑफिस में शत्रु सक्रिय रहेंगे और सहकर्मियों से विवाद संभव है. पुरानी बीमारी परेशान कर सकती है।
दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा सप्तम भाव में जाएगा, जिससे जीवनसाथी से कलह और व्यापारिक साझेदारी में विवाद संभव है। अविवाहित लोगों के विवाह प्रस्ताव अटक सकते हैं। आज वाणी पर संयम और धैर्य जरूरी है। बृहत संहिता के अनुसार सप्तमस्थे चन्द्रे दारकलहः. यानी सप्तम भाव का चंद्रमा दांपत्य कलह लाता है. उपाय: मां कूष्मांडा को गुलाल अर्पित करें और दांपत्य में मधुरता रखें।
मिथुन
मिथुन राशि वालों के लिए सुबह तुला चंद्रमा प्रेम और संतान जीवन को प्रभावित करेगा. विद्यार्थियों को एकाग्रता की कमी होगी, प्रेम संबंधों में गलतफहमियां बढ़ेंगी।
दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में दबाव बढ़ाएगा. ऑफिस में शत्रु या प्रतिस्पर्धा आपको चुनौती देंगे। स्वास्थ्य में पाचन और थकान की समस्या बढ़ सकती है। आज जोखिम लेने से बचें। फलदीपिका के अनुसार षष्ठस्थे चन्द्रे रोगवृद्धिः। यानी छठे भाव का चंद्रमा रोग और शत्रुओं को बढ़ाता है। उपाय: मां कूष्मांडा को हरी मूंग अर्पित करें, गरीबों को दवा दान करें।
कर्क
सुबह तुला चंद्रमा आपके पारिवारिक और घरेलू जीवन में तनाव लाएगा। माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। घर या प्रॉपर्टी विवाद उभर सकते हैं. दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा पंचम भाव में जाकर संतान और प्रेम जीवन में हलचल देगा।
प्रेमी से दूरी या विवाद संभव है। विद्यार्थियों के लिए ध्यान केंद्रित करना कठिन रहेगा. शेयर बाजार से जुड़े निवेशक को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। बृहत जातक के अनुसार पञ्चमे चन्द्रे क्लेशः. यानी पंचम भाव का चंद्रमा क्लेश और दुख लाता है. उपाय: मां कूष्मांडा को दूध और मिश्री का भोग लगाएं, बच्चों को मिठाई खिलाएं।
सिंह
सुबह तुला चंद्रमा आपकी वाणी और भाइयों से जुड़े मामलों में विवाद ला सकता है. वाणी कठोर होगी जिससे परिवार या ऑफिस में कलह संभव है. छोटी यात्राओं में रुकावट आएगी।
दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा चतुर्थ भाव में जाकर मानसिक तनाव और पारिवारिक टकराव देगा। माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी। घर में मरम्मत या वाहन खर्च संभव है। फलदीपिका के अनुसार चतुर्थस्थे चन्द्रे गृहक्लेशः। यानी चौथे भाव का चंद्रमा गृहकलह और मानसिक तनाव देता है. उपाय: मां कूष्मांडा को पीले पुष्प अर्पित करें, घर में घी का दीपक जलाएं।
कन्या
कन्या राशि के लिए सुबह तुला चंद्रमा धन और वाणी पर असर डालेगा. निवेश और लेन-देन में नुकसान हो सकता है। पारिवारिक कलह भी संभव है। दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा तृतीय भाव में जाकर भाई-बहनों से विवाद और यात्राओं में बाधा लाएगा।
आपकी कही गई कोई बात आलोचना का कारण बन सकती है। संयमित रहना आवश्यक है। बृहत संहिता के अनुसार तृतीयस्थे चन्द्रे कलहो जायते। यानी तीसरे भाव में चंद्रमा विवाद और कलह कराता है. उपाय: मां कूष्मांडा को नीले पुष्प चढ़ाएं और वाणी संयम रखें।
तुला
सुबह चंद्रमा आपकी ही राशि में होगा, जिससे मानसिक उतार-चढ़ाव और आत्मविश्वास की कमी रहेगी. रिश्तों में गलतफहमी और आलोचना झेलनी पड़ सकती है।
दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा दूसरे भाव में जाएगा, जिससे धनहानि और वाणी की कठोरता बढ़ सकती है। निवेश और पारिवारिक कलह से सतर्क रहें। फलदीपिका के अनुसार द्वितीयस्थे चन्द्रे विवादः. यानी दूसरे भाव का चंद्रमा विवाद और धनहानि लाता है. उपाय: मां कूष्मांडा को नारंगी फल अर्पित करें, मीठा बोलें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लिए सुबह तुला चंद्रमा मानसिक थकान और खर्च बढ़ाएगा। नींद की कमी और विदेश से जुड़े मामलों में रुकावट संभव है। दोपहर बाद चंद्रमा आपकी राशि में आ जाएगा, जिससे आत्मविश्वास बढ़ेगा लेकिन साथ ही मानसिक अशांति भी रहेगी।
रिश्तों में आलोचना और गलतफहमी बढ़ सकती है। स्वास्थ्य में सिरदर्द और थकान होगी. बृहत संहिता के अनुसार लग्नस्थे चन्द्रे सुखदुःखप्रदः। यानी लग्नस्थ चंद्र सुख-दुःख दोनों देता है. उपाय: मां कूष्मांडा को धूप अर्पित करें और ध्यान करें।
धनु
सुबह तुला चंद्रमा ग्यारहवें भाव में रहेगा, जिससे लाभ और मित्रों का सहयोग मिलेगा। हालांकि कुछ लोग ईर्ष्या करेंगे। दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा बारहवें भाव में जाकर खर्च और मानसिक थकान बढ़ा देगा। स्वास्थ्य पर ध्यान दें और अनावश्यक खर्चों से बचें।
फलदीपिका के अनुसार द्वादशस्थे चन्द्रे व्ययः। यानी बारहवें भाव का चंद्रमा व्यय और थकान लाता है। उपाय: मां कूष्मांडा को हरी सब्जियां अर्पित करें, गरीबों को भोजन कराएं।
मकर
मकर राशि के लिए सुबह तुला चंद्रमा दशम भाव में रहेगा, जिससे कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी लेकिन आलोचना भी होगी। वरिष्ठों का दबाव रहेगा। दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा लाभ भाव में जाकर आर्थिक लाभ और मित्रों से सहयोग देगा, लेकिन विवाद भी संभव है।
बृहत जातक के अनुसार लाभस्थे चन्द्रे लाभः विवादश्च। यानी लाभ भाव का चंद्रमा लाभ और विवाद दोनों लाता है। उपाय: मां कूष्मांडा को सुनहरे पुष्प अर्पित करें और मित्रों को मिठाई खिलाएं।
कुंभ
कुंभ राशि के लिए सुबह तुला चंद्रमा भाग्य भाव में रहेगा, जिससे धार्मिक कार्यों में रुचि और यात्रा के योग बनेंगे। उच्च शिक्षा में लाभ होगा। दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा दशम भाव में जाकर करियर और प्रतिष्ठा पर असर डालेगा।
वरिष्ठों से मतभेद और छवि को नुकसान संभव है. फलदीपिका के अनुसार दशमस्थे चन्द्रे कीर्तिहानिः. यानी दशम भाव का चंद्रमा कीर्ति हानि देता है. उपाय: मां कूष्मांडा को सफेद पुष्प अर्पित करें, सूर्य देव को अर्घ्य दें।
मीन
मीन राशि वालों के लिए सुबह तुला चंद्रमा अष्टम भाव में रहेगा, जिससे तनाव, हानि और विवाद बढ़ेंगे। दोपहर बाद वृश्चिक चंद्रमा नवम भाव में जाकर भाग्य और धार्मिक कार्यों में रुकावट लाएगा। यात्रा बाधित हो सकती है।
पिता या गुरु से मतभेद संभव है। बृहत जातक के अनुसार नवमस्थे चन्द्रे भाग्यहानिः। यानी नवम भाव का चंद्रमा भाग्य की परीक्षा लेता है. उपाय: मां कूष्मांडा को पीले फल अर्पित करें और गुरुजनों का आशीर्वाद लें।

