उत्तराखंड कांग्रेस से आज की बड़ी खबर, किशोर उपाध्याय नहीं जाएंगे बीजेपी, कांग्रेस आलाकमान ने अपने इस ब्राह्मण चेहरे को मना लिया है….

देहरादून : उत्तराखंड से आज की सबसे बड़ी खबर किशोर उपाध्याय की अब बीजेपी में जाने की संभावना नहीं माना जा रहा है कांग्रेस आलाकमान ने किशोर उपाध्याय को मना लिया है सूत्र बताते हैं राहुल गांधी प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से किशोर उपाध्याय की बात हुई है जिसके बाद अब किशोर उपाध्याय ने लगता है बीजेपी में जाने का मन छोड़ दिया है।

आपको बता दें किशोर उपाध्याय कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरे हैं ऐसे में अगर किशोर उपाध्याय कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चले जाते तो कांग्रेस की ब्राह्मण हित की पार्टी होने के दावे को झटका लगता है माना जा रहा है किशोर उपाध्याय अब टिहरी से चुनाव भी ना लड़े आपको बता दें किशोर उपाध्याय को मनाने में पार्टी के पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश का बड़ा योगदान रहा है पिछले दिनों मोहन प्रकाश ने पार्टी के ब्राह्मण नेताओं से बातचीत की थी जिसके बाद से लगातार किशोर उपाध्याय को मनाने की बात की जा रही। वही किशोर उपाध्याय के बीजेपी में भी शामिल ना होने से इस बात को लेकर हवा मिल रही थी कि किशोर उपाध्याय को मनाने की कोशिश जारी है ऐसे में किशोर का बीजेपी में ना जाना कांग्रेस को राहत दे सकता है।

उत्तराखंड की सत्ता में मजबूती के साथ वापसी करने की कोशिश कर रही कांग्रेस राज्य के ब्राह्मण मतदाताओं को आकर्षित की भरपूर कोशिश कर रही है। हाल ही में राज्य में पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए ब्राह्मण नेता मोहन प्रकाश को ब्राह्मण समाज को साधने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही वे लगातार ब्राह्मण समाज के शीर्ष नेताओं से मिलकर उन्हें कांग्रेस के पक्ष में लाने की कोशिश कर रहे हैं। वे कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं से भी मुलाकात कर उन्हें साधने के प्रयास में हैं।कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड की अहम जिम्मेदारी मिलने के बाद मोहन प्रकाश ने राज्य के वरिष्ठ ब्राह्मण नेताओं के साथ बैठक कर उनके मुद्दों को समझने की कोशिश की है।

उन्होंने ब्राह्मण मतदाताओं के बीच केंद्र-राज्य सरकार को लेकर चल रही नाराजगी को समझने की कोशिश भी की है। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज की समस्याओं के निदान के लिए विशेष योजना प्रस्तावित करने की योजना पर भी काम चल रहा है। मोहनप्रकाश की अगुवाई में इस पर राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की एक टीम काम कर रही है। चर्चा है कि इन बिंदुओं को उत्तराखंड कांग्रेस की घोषणा पत्र में शामिल किया जा सकता है।

बहुगुणा परिवार के जाने के बाद पकड़ हुई कमजोर।
बहुगुणा परिवार के विजय बहुगुणा और रीता बहुगुणा जोशी के भाजपा में चले जाने के बाद राज्य में कांग्रेस की ब्राह्मण मतदाताओं पर पकड़ कुछ कमजोर हो रही थी। वरिष्ठ ब्राह्मण नेता किशोर उपाध्याय की हरीश रावत से चल रही तनातनी और उनके भाजपा नेताओं के संपर्क में होने की चर्चाओं से भी कांग्रेस की उम्मीदों पर असर पड़ रहा था। पार्टी ने इस अहम मौके पर ब्राह्मण नेता मोहन प्रकाश पर भरोसा जताया और उन्हें उत्तराखंड की स्थिति संभालने की जिम्मेदारी दी।

जानकारी के अनुसार मोहन प्रकाश उत्तराखंड की जिम्मेदारी मिलने के बाद नाराज ब्राह्मण नेता किशोर उपाध्याय से दो बार बातचीत कर चुके हैं। वे उन्हें पार्टी में उचित सम्मान और जिम्मेदारी दिलाने के वादे पर पार्टी से जोड़े रखने की रणनीति पर काम कर रहे थे।

दरअसल, उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने देवस्थानम बोर्ड गठित कर राज्य के हिंदू संतों, धर्मगुरुओं और ब्राह्मण समुदाय की नाराजगी मोल ले ली थी। ब्राह्मण समुदाय भाजपा नेतृत्व से इस बात के लिए खासा नाराज बताया जा रहा है कि उसने एक बोर्ड के जरिए राज्य के देवालयों पर कब्जा करने की कोशिश की। हिंदू संतों और पुजारियों के कठोर विरोध के बाद देवस्थानम बोर्ड का फैसला वापस तो अवश्य ले लिया गया है, लेकिन इसके बाद भी राज्य के ब्राह्मण मतदाताओं में सरकार के इस फैसले को लेकर नाराजगी बरकरार है।

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