उत्तराखंड में 2 विधानसभाओं में बीजेपी नेताओ में मचा है हड़कंप, प्रीतम पंवार के बीजेपी में शामिल होने से…..
देहरादून : तीन बार के विधायक प्रीतम पंवार के भाजपा में शामिल होने के बाद धनोल्टी और यमुनोत्री के भाजपा नेताओं में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। प्रीतम का कहां से चुनाव लड़ने का इरादा है, यह भी तय नहीं है लेकिन जिस भी सीट से उन्हें टिकट मिलेगा, वहां हलचल मचने की संभावना है। दो दिन पहले धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम ने दिल्ली में भाजपा का दामन थामा था। वे दो बार यमुनोत्री विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।
प्रीतम की भाजपा में जिस तरह से इंट्री हुई है, उससे तो उनका टिकट लगभग पक्का है, पर उनकी पसंद धनोल्टी है या यमुनोत्री, इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है। इस वजह से धनोल्टी और यमुनोत्री से भाजपा के संभावित दावेदारों में कसमसाहट है। दरअसल विधायक प्रीतम पंवार का धनोल्टी और यमुनोत्री दोनों ही सीटों पर अच्छा दखल है।
भाजपा सूत्रों की मानें तो उन्हें धनोल्टी से ही मैदान में उतारा जा सकता है। बहरहाल, टिकट वितरण के दौरान इन दोनों सीटों में से किसी एक पर भाजपाइयों में उथल-पुथल मच सकती है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि टिकट आवंटन पर हाईकमान को फैसला लेना है। भाजपा में सभी अनुशासित कार्यकर्ता हैं और आगे भी इसी भावना से काम करते रहेंगे।
वही भीमताल के निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा पर भाजपा जल्द फैसला ले सकती है। कैड़ा फिलहाल भाजपा के एसोसिएट सदस्य भी हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर विरोध के चलते उनकी ज्वाइनिंग अभी रुकी है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कैड़ा को शामिल कराने की लगातार पैरवी कर रहे हैं।
विधायक केदार रावत कहते है कि यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र से मेरी पूरी तैयारी है। मैं पूरे पौने पांच साल तक जनता की सेवा में लगा रहा। मैं हर परिस्थिति में चुनाव मैदान में खड़ा हूं।
पूर्व विधायक महावीर रांगड़ कहते है कि धनोल्टी से टिकट की दावेदारी बरकरार है। पार्टी के लिए समर्पित होकर काम करता रहा हूं। हाईकमान बेहतर ही निर्णय लेगा। हमेशा पार्टी लाइन पर ही काम करूंगा। महावीर रांगड़, पूर्व विधायक, धनोल्टी।