उत्तराखंड में राहुल की दून रैली ने मोदी की रैली को भीड़ के मामले में पिछड़ा, लेकिन ये भी सच्चाई है 13 जिलों और 2 जिलो की भीड़ में फर्क तो होगा ही, लेकिन मैसेज देने में कांग्रेस कामयाब….

देहरादून :  कांग्रेस की रैली मैं सच में बीजेपी की मोदी की रैली से ज्यादा भीड़ नजर आई मानना पड़ेगा कांग्रेस देहरादून से एक मैसेज देने में कामयाब साबित हुई रैली में जितने अंदर लोग थे इतने लोग बाहर भी घूम रहे थे।

लेकिन यह बात भी सही है कि जहां बीजेपी की रैली देहरादून और हरिद्वार यानी दो जिलों की थी वही कांग्रेस ने पूरे प्रदेश से यानी 70 विधानसभाओं से अपने तमाम नेताओं कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर देहरादून बुलाया यानी उत्तरकाशी से लेकर धारचूला और उधम सिंह नगर से लेकर चकराता तक के तमाम नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी जिसके चलते कांग्रेस की रैली बीजेपी की मोदी की रैली से बड़ी रैली दिखाई दी कांग्रेस की एक रैली में खास बात जरूर दिखाई दी कि लगभग 10,000 से ज्यादा भी अकेले देहरादून जिले की विभिन्न विधानसभाओं से आई इसकी संभावना है।

ऐसे में भले ही कारण कुछ भी हो लेकिन कांग्रेस ने एकजुटता दिखाते हुए देहरादून की रैली को सफल बनाया है और पहली बार राहुल की रैली में इतनी भीड़ नजर आई है साफ है पहले भी उत्तराखंड में राहुल गांधी की रैलियां हुई हैं उस समय अलग-अलग जगहों पर रैलियां आयोजित होती तो कांग्रेसी अलग-अलग जगह पर अपने-अपने क्षेत्रों में भीड़ जुटाने की कोशिश करते लेकिन वर्तमान में कांग्रेस के आगे सत्ता में आने के लिए करो या मरो जैसी स्थिति है ऐसे में देहरादून की रैली को उन्होंने चुनाव अभियान की प्रमुख रैली बनानी थी जिसको देखते हुए प्रदेश भर के नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी और उस जिम्मेदारी को कांग्रेस के तमाम नेताओं ने बखूबी अंजाम दिया है कुल मिलाकर भीड़ के मामले में राहुल गांधी की रैली ने मोदी की रैली को पछाड़ दिया है आपको बता दें भीड़ को लाने में हरीश रावत खेमा और प्रीतम खेमा दोनों जुटा रहा दोनों का अपना शक्ति प्रदर्शन करना था ऐसे में दोनों एक दूसरे से कम नहीं लेकर आए माना जा रहा है कि हर गुट अपनी जिम्मेदारी को ठीक ढंग से निभाने में कामयाब हुआ पूरी रैली में पूरे गढ़वाल मंडल और कुमाऊं के विभिन्न विधानसभाओं से लोगों को लाया गया।

साफ है कांग्रेस भी जानती है कि राहुल गांधी जी देहरादून के अलावा अब शायद हल्द्वानी में ही चुनाव के दौरान एक रैली हो तो हो वरना चुनाव में उम्मीद यही है कि प्रियंका गांधी की रैलियां कॉन्ग्रेस उत्तराखंड में आयोजित करवाएगी वरना लोकल स्टार प्रचारक ही ज्यादातर विधानसभाओं में माहौल बनाते हुए नजर आएंगे।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित रैली में न राहुल गांधी का फोकस बलिदान, बेरोजगार, महंगाई और पूंजीपतियों पर रहा। उन्होंने उत्तराखंड के भाजपा नेताओं पर निशाना नहीं साधा। बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया।

वहीं इस रैली में कांग्रेस पचास हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटने का दावा कर रही थी और गुरुवार को आयोजित इस रैली में अच्छी भीड़ भी दिखाई दी। अब देखना ये होगा कि इन चुनावों में उत्तराखंड की राजनीति किसी ओर करवट लेती है।

विजय सम्मान रैली से कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज करने देहरादून पहुंचे राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किए।कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को परेड ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने देहरादून पहुंचे।

यहां उन्होंने जनरल बिपिन रावत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के जवानों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।बांग्लादेश निर्माण के युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित हुई इस रैली में पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान देकर सम्मानित किया गया।चाहे नोटबंदी हो या जीएसटी या कोरोना में सरकार के एक्शन… ये तीनों काम हिंदुस्तान के किसानों, छोटे कारोबारियों पर कुछ बड़े पूंजीपतियों के आक्रमण हैं।

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