विधानसभा देहरादून कैंट की कुर्सी: कपूर क्या गए, भजापाइयों-कांग्रेसियों दोनों की खुल गई राह, लेकिन जनता का दिल जितना भी जरूरी है…..
देहरादून : देहरादून की कैंट सीट पर पहली बार कोई वास्तव में मुकाबला होगा। दरअसल, जब तक हरबंस कपूर इस दुनिया मे थे इस सीट पर उन्हें हराना तो दूर कोई उनके आसपास भी नहीं फटक पाता था। अब श्री कपूर के निधन के बाद भाजपा और कांग्रेस के उन तमाम दावेदारों की राह खुल गई है जो इस सीट से खुद को विधायक बनने की टीस दशकों से दिलों में लेकर घूम रहे हैं।
आपको बता दें कि देहरादून कैंट सीट तमाम जनरल महादेव सिंह रोड की नई बसी कॉलोनियों से लेकर गोविन्दगढ़, कांवली आदि क्षेत्रों में वृहद रूप से फैली है। इसके अलावा वसंत विहार, इंद्रानगर से लेकर प्रेमनगर तक यह सीट फैली हुई है। इस सीट पर वोटर्स की विविधता की बात करें तो पंजाबी बहुल इस सीट पर गढ़वाली से लेकर तमाम मिक्स आबादी बसी है।
अब बात की जाए दावेदारी की। स्वर्गीय कपूर के जाने के बाद उनकी पत्नी सविता कपूर को स्वाभाविक तौर से मजबूत दावेदार माना जा रहा है। जबकि उनके बेटे अमित कपूर भी लाइन में हैं। हालांकि उनके बेटे के कॉलेज से जुड़ा विवाद उनका दावा थोड़ा कमजोर कर रहा है जबकि सविता कपूर को sympathy का लाभ मिल सकता है।
दूसरी तरफ इस परिवार से हटकर इस सीट पर भाजपाइयों की एक लंबी फौज टिकट के लिए “लार टपकाती’ दिख रही है। इनमें सबसे ज्यादा कोई बीते डेढ़ दो साल से यहां सक्रिय हैं तो वे हैं दून के मेयर सुनील उनियाल गामा। वे कई बार इस सीट पर कार्यक्रमों के जरिये अपनी ताकत दिखा चुके हैं। इनके अलावा जोगेंद्र पुंडीर भी पूरी जोर शोर से तैयारी में जुटे हैं। वहीं, संगठन में पकड़ व पद दोनों रखने वाले युवा तुर्क आदित्य चौहान भी मजबूती से दावेदारी कर रहे हैं। वहीं, अमिता सिंह से लेकर तमाम और भी अपना दावा ठोक रहे हैं।
बात कांग्रेसी दावेदारों की की जाए तो विगत दशकों से एक अदद जीत की तलाश कर रहे सूर्यकांत धस्माना इस बार भी मजबूती से दावा जता रहे हैं। इस बार होगा सूर्योदय का नारा देने वाले धस्माना के सामने हमेशा उनके आंदोलनकारियों पर गोली चलाने का बर्षों पुराना मामला सामने आ जाता है। विधायकी से लेकर मेयर तक के चुनाव में उनका ये जिन्न पीछा नहीं छोड़ रहा। अलबत्ता इस बार कपूर साहब के जाने के बाद पहली बार कैंट सीट पर वे अपनी संभावित पहली जीत देख रहे हैं।
वहीं, इस सीट पर जोरदार प्रचार व कनेक्ट कर रहे दून के वैभव नाम से सुर्खियां बटोरने वाले वैभव वालिया भी टिकट मांग रहे हैं। इन्हें राहुल की टीम का बताया जाता है। हालांकि इनके दावे में कितना दम है वो आने वाला वक्त बताएगा। इनके अलावा भी तमाम लोग इस सीट पर कांग्रेस से दावा कर रहे हैं।