उत्तराखंड में लो जी मान गए विधायक हरीश धामी , यानी के दिखावे की थी नाराजगी या किसी के इशारे के चलते….
देहरादून : राजनीति में किसी नेता की मुद्दों को लेकर राजनीति शायद हितलाभ को देखकर सामने आती है कल रात तक जमकर नाराजगी दिखाने वाले हरीश धामी अब कह रहे हैं कि मेरी नाराजगी केवल इस बात को लेकर है की पार्टी में 44 कार्यकारी अध्यक्ष नहीं बनाना चाहिए साथ ही आरेंद्र शर्मा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है उस पर मेरी आपत्ति है
उनके अनुसार जिस व्यक्ति ने पार्टी के कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ चुनाव लड़ा उसको आप पार्टी में कोषाध्यक्ष बना दो तो उसका मैसेज जनता में सही नहीं जाएगा हालांकि हरीश धामी ने कहा कि हमारी मांग तो पूरी हो ही गई है हरीश रावत को पार्टी ने चेहरा बनाया है 2022 के चुनाव का इसके अलावा ब्राह्मण समाज से गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है यह भी हमारे लिए खुशी की बात है मीडिया से बात करने के बाद हरीश धामी नए प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का स्वागत करने निकल पड़े साफ है कल तक पार्टी छोड़ने की बात करने वाले लगता है
मान गए हैं लेकिन यह नाराजगी भी अपने गुट के हित को लेकर नजर आती है साफ है कांग्रेस की राजनीति का और खास तौर पर हरीश गुटकी राजनीति का आज तक का इतिहास देखा जाए तो कोई भी नेता बिना इशारे के कोई भी बयान नहीं देता यानी पार्टी आलाकमान ने रंजीत रावत भुवन कापड़ी और अरेंद्र शर्मा को कोषाध्यक्ष बनाया तो इसे हरीश रावत गुट के लिए एक बड़ा झटका तो माना ही जा रहा था ऐसे में लगता है हरीश धामी की नाराजगी और उसके बाद बयान अपने गुट के हितलाभ को देखकर ही सामने आई है।