उत्तराखंड में नए नवेले जिलाअध्यक्षों के साथ खेल कर गया कांग्रेस आलाकमान, प्रदेश संगठन ने दी नियुक्ति, दिल्ली वालों ने कहा माना नहीं जाएगा…….
विकासनगर: लोकसभा चुनाव और प्रदेश में दो विधानसभा उप चुनाव के भले की कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल हो लेकिन पछुवादून कांग्रेस में अभी भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आलम यह है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की ओर करीब एक माह पूर्व की गई पछुवादून जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रतीक्षा में (होल्ड पर) रख दिया है।
वही हरिद्वार के जिलाध्यक्ष अमन गर्ग का मामला भी कुछ ऐसा ही है ऐसे में संभवाना हैं कि उनको और राकेश नेगी दोनों के अध्यक्ष पद को लेकर हुआ फैसला रिवर्स हो जाएगा कांग्रेस सूत्रों की ओर से तो यह भी दावा किया जा रहा है कि जल्द ही दूसरे जिलाध्यक्ष की घोषणा हो सकती है।
पछुवादून कांग्रेस में राज्य गठन के बाद से ही गुटबाजी हावी रही है। यहां दो गुट प्रदेश स्तर के दो बड़े नेताओं के हैं, जिनकी सीधी पहुंच राष्ट्रीय नेतृत्व तक मानी जाती है। इसके चलते एक माह पूर्व प्रदेश नेतृत्व की ओर नियुक्त किए गए जिलाध्यक्ष को राष्ट्रीय नेतृत्व ने होल्ड पर रख दिया है। हालांकि नव नियुक्त अध्यक्ष चार दिन पहले दिल्ली
में हुई बैठक में शामिल होने गए थे, लेकिन बताया जा रहा है कि उन्हें वहां इस बात की जानकारी दे दी गई थी कि इस नियुक्ति को राष्ट्रीय नेतृत्व की स्वीकृति नहीं मिली है। एक माह बीत जाने पर भी जिलाध्यक्ष अभी तक कार्यकर्ताओं से रूबरू नहीं हुए हैं। बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष के स्वागत को बैनर, पोस्टर लगाने से भी मना कर दिया गया था।
प्रदेश कार्यालय में भी हो चुका विरोधः जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के
दूसरे दिन से ही विरोध होना शुरू हो गया था। सोशल मीडिया पर विरोध के साथ ही कई कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय में भी विरोध करने पहुंचे थे। विरोध करने वालों का कहना था कि वरिष्ठ नेताओं पर ऐसे व्यक्ति को तरजीह दी गई है तो कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ विधान सभा चुनाव लड़ने के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के विपक्ष में मतदान कर चुका है।
प्रदेश प्रमारी ने नहीं दी स्वीकृति।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए प्रदेश नेतृत्व की ओर से प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा से स्वीकृति नहीं ली गई। नियुक्ति के लिए प्रदेश अध्यक्ष की ओर से जारी नियुक्ति पत्र पर प्रदेश प्रभारी के हस्ताक्षर भी नहीं है। लिहाजा दिल्ली में हुई बैठक में नव नियुक्त जिलाध्यक्ष को बता दिया गया कि इस नियुक्ति को अभी स्वीकृति नहीं मिली है।
पछुवादून जिलाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं दे सकता हूं। मुझसे जो पूछा को लेकर अभी कोई बयान गया था, उसका जवाब राष्ट्रीय नेतृत्व ने दे दिया है। इस बारे में दिल्ली से ही निर्णय होगा। – करण माहरा, पीसीसी चीफ